चित्तौड़गढ़. चित्तौड़गढ़. एक युवक की बाइक के प्लेट से धार्मिक संगठन का नाम नहीं हटाने को लेकर जान से मारने की धमकी देने के मामले में मचे बवाल के बाद पुलिस हरकत में आ गई है. आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
थाना प्रभारी विक्रम सिंह के अनुसार (Police Statement on Chittorgarh Ruckus) भोई खेड़ा निवासी मुकेश भोई और मोहम्मद अली उर्फ कारिया के बीच दिन में झगड़ा हो गया था. मुकेश ने अपनी रिपोर्ट में मोहम्मद अली पर उसकी बाइक पर धार्मिक संगठन के नाम को हटाने के नाम पर धमकाने का आरोप लगाया गया था. मामले की पड़ताल की जा रही थी कि रात्रि को मामला नए रूप में आ गया.
उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही किसी के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है, जबकि इस मामले में जांच की जा रही थी. प्रथम दृष्टया मौके पर झगड़े जैसे कोई हालात नहीं पाए गए, इस कारण मामले की बारीकी से जांच की जा रही थी. उन्होंने बताया कि फिलहाल शहर में शांति है और आरोपियों की तलाश में अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं.
दरअसल, आरोपी और फरियादी दोनों ही आपस में दोस्त हैं और किसी बात को लेकर उनके बीच झगड़ा हो गया, जिसने बाद में नया मोड़ ले लिया. इधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्जुन सिंह ने बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है और फिलहाल शहर में शांति है. आरोपियों की तलाश में टीमें लगाई गई हैं.
आपको बता दें कि मंगलवार रात आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हिंदू संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कोतवाली पहुंच गए. मौके पर भारी पुलिस बल बुला लिया गया था.
पहले क्या था मामला ? : शहर कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र में गंभीरी पुलिया चौपाटी पर काम कर रहे एक युवक की बाइक की नंबर प्लेट से भगवान का नाम नहीं हटाने पर (Threats to Kill in Chittorgarh) जान से मारने की धमकी देने के मामले ने मंगलवार रात को तूल पकड़ लिया. इस घटना को लेकर हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया और बड़ी संख्या में लोग कोतवाली थाने पहुंच गए. लोगों ने नारेबाजी की.
पुलिस की ओर से कार्रवाई के आश्वासन पर लोग माने और घर के लिए रवाना हुए. भोईखेड़ा निवासी मुकेश भोई गंभीरी पुलिया के नीचे (Ruckus in Chittorgarh) चौपाटी पर ढाबे पर काम करता है. कथित रूप से सुबह समुदाय विशेष के आधा दर्जन युवक ढाबे पर पहुंचे और उसकी बाइक की नंबर प्लेट से बजरंगबली का नाम हटाने को कहा.
मुकेश का आरोप था कि नाम नहीं हटाने पर लोगों ने उसे जान से मारने की धमकी दी. उसका कहना है कि इस बारे में उसने कोतवाली पुलिस को सूचना दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. यह मामला शहर में फैलने पर लोग रात में एकत्रित हो गए और नारेबाजी करते हुए कोतवाली थाने पहुंच गए. बड़ी संख्या में लोगों को देखते हुए पुलिस भी हरकत में आ गई और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्जुन सिंह शेखावत, पुलिस उपाधीक्षक बुधराज टाक, कोतवाली थाना प्रभारी विक्रम सिंह तथा सदर थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह सोढा भी मौके पर पहुंच गए.
पुलिस अधिकारियों की ओर से हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं की समझाइश की गई और कार्रवाई का आश्वासन (Communal Violence in Rajasthan) दिया गया. इसके बाद लोग माने और घरों के लिए रवाना हुए. वहीं, पुलिस की ओर से युवक की रिपोर्ट पर संबंधित लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है.