चित्तौड़गढ़. शहर में 12 और 13 मार्च को होने जा रहा फोर्ट फेस्टिवल कई मायनों में अनूठा होगा. इसमें जहां दांडी मार्च की झलक दिखेगी वही नवाचार के रूप में अधिकारियों के साथ पर्यटक और आमजन योगाभ्यास करते दिखेंगे. फोर्ट फेस्टिवल के सभी आयोजनों को जिला कलेक्टर केके शर्मा ने प्रभारी अधिकारियों के साथ हुई बैठक में करीब-करीब अंतिम रूप दे दिया.
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बैठक के दौरान जिला कलेक्टर को प्रभारी अधिकारियों ने अपने अपने विभाग की ओर से किए जाने वाले कामकाज और उसकी तैयारियों से अवगत कराया. कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए किसी भी कार्यक्रम को अनावश्यक तौर पर लंबा नहीं खींचा जाए ताकि कार्यक्रम की गरिमा बनी रहे और अधिकाधिक लोग इस का लुत्फ उठा पाए. कलेक्टर ने शोभायात्रा में क्रम का ध्यान रखने के साथ-साथ सभी अधिकारियों से आपसी तालमेल के साथ आयोजन को सफल बनाने के निर्देश दिए.
12 मार्च 1930 को अंग्रेजों की ओर से नमक पर लगाए गए कर के विरोध में महात्मा गांधी ने दांडी मार्च शुरू किया था. उसी के तहत शोभायात्रा में दांडी मार्च की झांकी भी शामिल करने के निर्देश दिए गए जो कि शोभायात्रा के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहेगी. इसके अलावा 13 मार्च को फतेह प्रकाश महल के सामने मैदान में सुबह योगाभ्यास का आयोजन रखा गया है जिसमें देसी विदेशी पर्यटकों के साथ अधिकारी और आमजन भी शामिल हो सकेंगे.
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सहायक पर्यटन अधिकारी शरद व्यास ने विभिन्न कार्यक्रमों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए उनकी तैयारियों से भी अवगत कराया. नोडल अधिकारी अतिरिक्त जिला कलेक्टर भूमि अवाप्ति अंबा लाल गुर्जर ने बताया कि कार्यक्रमों को करीब-करीब अंतिम रूप दे दिया गया है.
12 मार्च को उद्घाटन समारोह, शोभा यात्रा, अश्व प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता होगी वही 13 मार्च को योगाभ्यास, रन फोर फोर्ट, दीपदान का आयोजन होगा वही पतंगबाजी, पर्यटकों के लिए मनोरंजन के लिए प्रतियोगिताएं, राजस्थानी लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी. इसके साथ ही दुर्ग पर रात्रि में आकर्षक रोशनी की व्यवस्था भी की जाएगी.