चित्तौड़गढ़. जिले में साइबर फ्रॉड की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. आम आदमी ही नहीं, ठगों के निशाने पर कानून के रखवाले भी हैं. साइबर ठगों के जाल में एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक भी फंस गया और लगभग 1 लाख 93 रुपए गंवा बैठा. शहर के ही एक व्यापारी से भी लगभग 5 लाख रुपए की ठगी हुई है. मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई है.
साइबर पुलिस थाना प्रभारी औकार सिंह के अनुसार सहायक पुलिस निरीक्षक सुशील कुमार पुत्र घांसीराम बलाई द्वारा रिपोर्ट दी गई. रिपोर्ट के अनुसार चित्तौड़गढ़ पुलिस के सुशील कुमार को फेसबुक पर प्रिया सोनी नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. जिसे उन्होंने एक्सेप्ट कर लिया. प्रिया सोनी ने मिलकर डिजिटल मार्केटिंग करने का सुझाव दिया. इसके बाद टेलीग्राम पर एक लिंक भेजा. अमेजॉन कस्टमर सर्विस के ग्रुप में जुड़वा दिया. रिपोर्ट के अनुसार उसने प्रोडक्ट की शॉपिंग के बदले कमीशन देने का झांसा दिया. अलग-अलग प्रोडक्ट की शॉपिंग की प्रोसेस करने का दबाव बनाते हुए अलग-अलग अकाउंट में राशि ट्रांसफर करवाई गई. एसआई ने कहा कि प्रोडक्ट प्रोसेस के नाम पर उससे 193734 रुपए ठग लिए गए. आरोपियों ने कमीशन का पैसा भी नहीं दिया.
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इसी प्रकार प्रतापनगर के अयूब खान की रिपोर्ट में बताया गया कि फेसबुक पर उसने एक डीजल जनरेटर सेट का विज्ञापन देखा. उसने संबंधित पार्टी से संपर्क किया, तो उसने फोटो भेजते हुए 520000 रुपए में डील फाइनल की. एडवांस पर उसने संबंधित पार्टी को कुछ राशि ट्रांसफर की, लेकिन आरोपी ने माल लोड करने का वीडियो भेजते हुए पूरे पैसे वसूल लिए. हालांकि उसके पास जनरेटर सेट नहीं पहुंचा. थाना प्रभारी के अनुसार दोनों ही मामलों की जांच की जा रही है.