चित्तौड़गढ़. जिले के गंगरार इलाके में रविवार शाम को नदी में पैर धोने गई एक महिला को मगरमच्छ ने अपना शिकार बना लिया. महिला बकरी चराने गई थी. सूचना पर गंगरार पुलिस के साथ ही सिविल डिफेंस की टीम भी पहुंच गई. अंधेरा अधिक होने और खतरे को देखते हुए महिला की तलाश के लिए टीम ने नाव और इंजन मंगवाया. थाना प्रभारी शिवलाल मीणा ने बताया कि यह घटना बिलिया ग्राम के पास बेड़च नदी की है.
उन्होंने बताया कि बिलिया गांव की रहने वाली नारायणी पत्नी शांतिलाल रविवार सुबह बकरियां लेकर जंगल में गई थी. शाम को लौटने के दौरान वो बेड़च नदी के किनारे पैर धोने गई. इसी दौरान मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया और उसे खींचकर नदी में ले गया. हालांकि, घटना के दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने शोर भी मचाया, लेकिन तब तक मगरमच्छ नारायणी को गहरे पानी में लेकर जा चुका था.
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वहीं, ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस के साथ ही सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंची. जैसे ही यह सूचना गांव में फैली तो मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए. सिविल डिफेंस की टीम द्वारा नदी में नारायणी की तलाश शुरू की गई. उसके कपड़े और एक पैर की चप्पल किनारे पर पड़े मिले. अंधेरा होने के कारण सिविल डिफेंस की टीम को भी परेशानी हो रही थी. ऐसे में मौके पर नाव और इंजन मंगवाया गया, ताकि उसकी रोशनी में नदी में तलाशी अभियान चलाया जा सके.
सोमवार को 18 घंटे बाद मिला महिला का शव : दरअसल, गंगरार थाना अंतर्गत नगरी ग्राम पंचायत के बिलियां गांव में बेड़च नदी में एक मगरमच्छ महिला को पानी में खींच ले गया था. करीब 18 घंटे बाद सोमवार को दोपहर में नदी से उसका शव निकाल लिया गया. सोमवार सुबह से ही सिविल डिफेन्स की टीमों रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया. दोपहर में घटना स्थल से करीब 3 किलोमीटर दूर उन्हें सफलता मिल पाई और महिला का शव बाहर निकाल कर ले आए. हालांकि, महिला के शव को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ.