चित्तौड़गढ़. कोरोना संक्रमण के लिहाज से प्रदेश के हॉट स्पॉट जिलों में शुमार चित्तौड़गढ़ के लिए राहत भरी खबर कही जा सकती है. संक्रमण की दूसरी लहर लगभग शिखर पर पहुंचकर अब उतार पर दिखाई दे रही है. प्रतिदिन आने वाली सैंपल रिपोर्ट के ग्राफ पर नजर डालने पर साफ हो जाता है कि नए रोगियों की संख्या लगातार घट रही है.
वहीं रिकवर होने वालों की संख्या बढ़ रही है. नतीजतन एक्टिव केस का ग्राफ लगातार गिर रहा है, लेकिन चिकित्सकों का कहना है कि इससे ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है हमें पहले से ज्यादा और भी सतर्क होने की आवश्यकता है क्योंकि हल्की सी ढिलाई तीसरी लहर का कारण बन सकती है.
चिकित्सा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 10 मई तक चित्तौड़गढ़ जिले में 9202 एक्टिव केस थे. 1 सप्ताह में यह संख्या घटकर 6990 तक रह गई. अर्थात प्रतिदिन आने वाले नए मरीजों के मुकाबले रिकवर होने वाले लोगों की संख्या 2 से ढाई गुना तक रही और अब रिकवर होने वाले लोगों को ग्राफ और भी बढ़ गया है क्योंकि पिछले 1 सप्ताह से नए संक्रमित लोगों की संख्या भी लगातार गिर रही है.
कुल मिलाकर 1 सप्ताह में शंकर मंदिर लगभग 50% तक रह गई है. चिकित्सा विभाग के अनुसार 10 मई को 605, 11 को 375, 12 को 302, 13 को 496, 14 को 417, 15 को 430, 16 को 189 और 17 मई को 289 नए संक्रमित सामने आए.
कोरोना का आंकड़ा गिरा
इस प्रकार नए संक्रमित की संख्या को देखें तो 13 मई की रिपोर्ट में संक्रमित लोगों की संख्या में हल्की सी बढ़ोतरी दर्ज की गई उसके बाद से लगातार आंकड़ा 400 से नीचे ही आ रहा है. खासकर पिछले 2 दिन से संख्या 300 से नीचे चल रही है.
रिकवरी रेट बढ़ा
चिकित्सकों का कहना है कि जिस प्रकार से नए रोगी कम पड़ गए और रिकवरी रेट बढ़ गई है उससे लगता है कि दूसरी लहर पीक पर पहुंचकर डाउन होने लगी है. जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी और covid-19 वार्ड प्रभारी डॉ. अनीश जैन की माने तो संक्रमण चित्तौड़गढ़ के साथ-साथ पूरे देश में पिक पर पहुंच गया और अब संक्रमण की दर में गिरावट आने लगी है.
फिर भी बरतनी होगी सावधानी
उनका कहना है कि हमें इससे ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही हमें फिर से तीसरी लहर की ओर धकेल सकती है जोकि बहुत घातक साबित होगी. ऐसे में हमें पहले से भी अधिक सतर्कता बरतते हुए कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करनी होगी. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि जैसे ही हल्का-फुल्का भी सिम्टम्स दिखे तत्काल रजिस्टर्ड डॉक्टर से संपर्क करें और अपना उपचार शुरू करवाएं. पॉजिटिव रोगी होम आइसोलेट रहे और 14 दिन क्वॉरेंटाइन रहकर परिवार और अन्य लोगों को भी सुरक्षित रखें.