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चित्तौड़गढ़ः करंट लगने से ठेकाकर्मी की मौत, मुआवजे को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन - ठेकाकर्मी की मौत का मामला

चित्तौड़गढ़ में रविवार को विद्युत पोल पर ठेकाकर्मी अनिल रावल काम कर रहा था. इस दौरान उसकी करंट लगने से मौत हो गई. जिसके बाद सोमवार को मृतक के परिजनों ने जिला चिकित्सालय में एकत्र होकर ठेकेदार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. साथ ही ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए परिजनों को आर्थिक सहायता राशि दिलाने की मांग की.

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करंट लगने से ठेकाकर्मी की मौत, ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
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Published : Sep 28, 2020, 7:35 PM IST

चित्तौड़गढ़. शहर के सदर थाना अंतर्गत आने वाले धनेत कला गांव में विद्युत पोल पर कार्य करते समय करंट लग जाने से हुई एक ठेकाकर्मी की मौत के बाद मुआवजे को लेकर मंगलवार को विवाद हो गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण हॉस्पिटल में एकत्रित हो गए और प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए चिकित्सालय परिसर छावनी बन गया. बाद में ठेकेदार की ओर से मृतक के आश्रितों को पांच लाख की आर्थिक सहायता देने पर शव को पोस्टमार्टम किया गया.

करंट लगने से ठेकाकर्मी की मौत, ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग

जानकारी के अनुसार शहर से मात्र पांच किलोमीटर दूर स्थित धनेत कला में रविवार को विद्युत पोल पर ठेकाकर्मी अनिल रावल निवासी गांगाजी का खेड़ा कार्य कर रहा था. इस दौरान वो विधुत पोल पर चढ़ा हुआ था. इस दौरान उसे करंट लगा, जिससे वो नीचे गिर गया. जिसके बाद गंभीर अवस्था में उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया. यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को रविवार को हो मोर्चरी में रखवा दिया गया था.

इस सम्बंध में सोमवार को परिजन और ग्रामीण जिला चिकित्सालय में एकत्रित हुए. यहां ग्रामीणों का आरोप है कि रविवार को हादसा हुआ था, लेकिन ठेकेदार ने लापरवाही बरती है. इस मामले में कोई सूचना परिजनों को नहीं दी गई. जिला राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर मृतक के ग्रामवासियों ने विद्युत निगम के ठेकेदार तरुण माथुर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.

इस दौरान ग्रामीणों ने चिकित्सालय परिसर में जमकर नारेबाजी करते हुए मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता राशि दिलाने की मांग की. साथ ही ग्रामवासियों ने विद्युत निगम और संबंधित ठेकेदार पर अनिल रावल की मौत की जानकारी छुपाने के आरोप भी लगाए. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए सदर थानाधिकारी विक्रम सिंह मय जाप्ता जिला चिकित्सालय पहुंचे. इतना ही नहीं पुलिस लाइन से भी अतिरिक जाब्ता मंगवा कर तैनात किया गया है, जिससे हॉस्पिटल परिसर छावनी बन गया.

पढ़ें : चित्तौड़गढ़: कोरोना की भेंट चढ़ा पर्यटन व्यवसाय, नहीं दिखा पर्यटन दिवस का उत्साह

सोमवार दोपहर बाद ठेकेदार और ग्रामवासियों के बीच चली वार्ता के बाद ठेकेदार की ओर से मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता देने की बात पर सहमति बनी. इसके बाद सदर थाना पुलिस ने मृतक अनिल रावल के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया.

चित्तौड़गढ़. शहर के सदर थाना अंतर्गत आने वाले धनेत कला गांव में विद्युत पोल पर कार्य करते समय करंट लग जाने से हुई एक ठेकाकर्मी की मौत के बाद मुआवजे को लेकर मंगलवार को विवाद हो गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण हॉस्पिटल में एकत्रित हो गए और प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए चिकित्सालय परिसर छावनी बन गया. बाद में ठेकेदार की ओर से मृतक के आश्रितों को पांच लाख की आर्थिक सहायता देने पर शव को पोस्टमार्टम किया गया.

करंट लगने से ठेकाकर्मी की मौत, ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग

जानकारी के अनुसार शहर से मात्र पांच किलोमीटर दूर स्थित धनेत कला में रविवार को विद्युत पोल पर ठेकाकर्मी अनिल रावल निवासी गांगाजी का खेड़ा कार्य कर रहा था. इस दौरान वो विधुत पोल पर चढ़ा हुआ था. इस दौरान उसे करंट लगा, जिससे वो नीचे गिर गया. जिसके बाद गंभीर अवस्था में उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया. यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को रविवार को हो मोर्चरी में रखवा दिया गया था.

इस सम्बंध में सोमवार को परिजन और ग्रामीण जिला चिकित्सालय में एकत्रित हुए. यहां ग्रामीणों का आरोप है कि रविवार को हादसा हुआ था, लेकिन ठेकेदार ने लापरवाही बरती है. इस मामले में कोई सूचना परिजनों को नहीं दी गई. जिला राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर मृतक के ग्रामवासियों ने विद्युत निगम के ठेकेदार तरुण माथुर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.

इस दौरान ग्रामीणों ने चिकित्सालय परिसर में जमकर नारेबाजी करते हुए मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता राशि दिलाने की मांग की. साथ ही ग्रामवासियों ने विद्युत निगम और संबंधित ठेकेदार पर अनिल रावल की मौत की जानकारी छुपाने के आरोप भी लगाए. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए सदर थानाधिकारी विक्रम सिंह मय जाप्ता जिला चिकित्सालय पहुंचे. इतना ही नहीं पुलिस लाइन से भी अतिरिक जाब्ता मंगवा कर तैनात किया गया है, जिससे हॉस्पिटल परिसर छावनी बन गया.

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सोमवार दोपहर बाद ठेकेदार और ग्रामवासियों के बीच चली वार्ता के बाद ठेकेदार की ओर से मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता देने की बात पर सहमति बनी. इसके बाद सदर थाना पुलिस ने मृतक अनिल रावल के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया.

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