चित्तौड़गढ़. मातृकुंडिया में शनिवार को कांग्रेस की तरफ से किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया. किसान सम्मेलन के मंच पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक साथ नजर आए. लेकिन पोस्टरों में किसान सम्मेलन के पोस्टरों में पायलट नदारद नजर आए. लेकिन उनके समर्थकों ने सम्मेलन के दौरान जमकर सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए. अशोक गहलोत और पायलट काफी समय बाद एक साथ एक मंच पर नजर आए.
किसान सम्मेलन में सबकी नजरें अशोक गहलोत और सचिन पायलट पर थी. जैसे ही दोनों नेता मंच पर साथ आए तो समर्थक पायलट जिंदाबाद के नारे लगाते रहे. जब भाषण के लिए सचिन पायलट का नाम लिया गया तो समर्थको ने उनके नाम के जयकारे लगाने शुरू कर दिए. करीब दो-तीन मिनट तक पायलट के समर्थक नारेबाजी करते रहे. कई समर्थक पायलट तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं के नारे भी लगाते दिखे.
सचिन पायलट ने किसान सम्मेलन में मोदी सरकार पर कृषि कानून को लेकर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नए कानूनों से जमाखोरी बढ़ेगी और किसान अपने ही खेत पर मजदूर बनकर रह जाएगा. पायलट ने गहलोत सरकार के बजट की भी प्रशंशा की. उन्होंने कहा कि बजट में मुख्यमंत्री ने समाज के हर तबके का ख्याल रखा है.
भीम विधायक के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ता पहुंच सम्मेलन में
भीम विधायक सुदर्शन सिंह रावत के नेतृत्व में हजारों की संख्या में किसान मातृकुंडिया में आयोजित किसान सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे. इस दौरान विधायक ने भीम देवगढ़ चम्बल परियोजना के लिए बजट स्वीकृत करने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया. विधायक रावत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के तीनों काले कानून देश के किसानों के लिए घातक हैं. इनके लागू होने से देश का अन्नदाता बड़े-बड़े उद्योगपतियों का बंधुआ मजदूर बन कर रह जाएगा.