चित्तौड़गढ़. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका को देखते हुए जिला कलेक्टर केके शर्मा और पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव बुधवार शाम अचानक शहर भ्रमण पर निकले. उन्होंने गोल प्याऊ क्षेत्र के आस-पास के बाजारों का निरीक्षण कर व्यापारियों और आमजन को मास्क लगाने की अपील की. वहीं, किसी को प्यार से समझाया तो दुकानदारों के खिलाफ हाथों हाथ कार्रवाई करते हुए चालान काटा गया. करीब एक घंटे तक निरीक्षण के दौरान दोनों ही अधिकारियों ने मास्क लगाने सहित गाइडलाइन की पालना करवाने के लिए नियमित तौर पर लेखन की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए.
शाम करीब 6:30 बजे बाद जिला कलेक्टर के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का काफिला बाजारों में पहुंचा. एकबारगी पुलिस और प्रशासन के काफिले को देखकर बाजारों में खलबली मच गई और दोनों ही अधिकारियों को पैदल भ्रमण करते देखकर व्यापारी सतर्क हो गए. जैसे-जैसे कलेक्टर शर्मा और एसपी भार्गव आगे बढ़ते गए, वैसे-वैसे व्यापारी और आमजन मास्क लगाते नजर आए. इस दौरान कलेक्टर और एसपी ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करते हुए मास्क आवश्यक रूप से लगाने की अपील की, वहीं जिन दुकानों पर दुकानदार और ग्राहक बिना मास्क के नजर आए उनके खिलाफ कोतवाल तुलसीराम प्रजापत के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों और ट्रैफिक पुलिस ने चालान काटने की कार्रवाई की.
इस दौरान कई राहगीर बिना मास्क के भी नजर आए, जिन्हें मास्क भी दिए गए. पढ़े लिखे लोगों को जिला कलेक्टर ने नसीहत देते हुए आवश्यक रूप से मास्क लगाने का आग्रह करते हुए उन्हें भी मास्क दिलवाए. रास्ते में मिलने वाले जरूरतमंद लोगों को भी मास्क बांटे गए. दोनों ही अधिकारी गोल प्याऊ से नेहरू बाजार, चंद्रलोक टॉकीज तिराहा होते हुए सुभाष चौक पहुंचे और यहां से व्यापारिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करते हुए फिर से गोल प्याऊ चौराहा पहुंच गए. यहां अच्छी बात यह रही कि अधिकांश लोग मास्क में नजर आए.
निरीक्षण के बाद जिला कलेक्टर ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर दस्तक दे चुकी है और आने वाले रोगियों में 60 फीसदी शहर के रहने वाले हैं. इसलिए लोगों को खुद और अपने परिवार का ख्याल रखते हुए सरकार की गाइडलाइन की पालना करना चाहिए. इस प्रकार की भ्रमण की व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी. अतिरिक्त जिला कलेक्टर रतन कुमार, एसडीएम श्यामसुंदर विश्नोई, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल आदि भी उनके साथ थे.
चित्तौड़गढ़ में स्वयंसेवी संस्था ने जिला कारागृह में बंदियों दिए मास्क
चित्तौड़गढ़ में कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वयंसेवी संस्था भी मदद के लिए आगे आ रही है. भीलवाड़ा रोड स्थित जिला कारागृह में बंदियों की स्थिति को देखते हुए बुधवार श्रीनाथ स्वयं सहायता समूह आगे आया. बंदियों के लिए ना केवल मास्क भेंट किए, बल्कि बंदी महिला के बच्चे के लिए शैक्षणिक सहायता भी प्रदान की. गौरतलब है कि जिला कारागृह में क्षमता के मुकाबले अधिक बंदी होने के साथ ही कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना हुआ है. बुधवार सुबह जब ये बात सामने आई तो स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता शर्मा ने जेलर दूल्हे सिंह से बातचीत की और बंदियों के लिए मास्क भेंट करने की इच्छा जताई. जेल प्रशासन ने भी इसे हाथों हाथ लिया. सुनीता शर्मा अपने समूह के कुछ सदस्यों के साथ जेल पहुंची तथा जेल प्रशासन को 300 मास्क भेंट किए. बता दें कि संगठन की ओर हर महीने महिला बंदियों की अन्य जरूरतमंद सामग्री की भी व्यवस्था की जाती है. एक महिला बंदी के साथ उसका मासूम बच्चा भी कारागृह में है. इस बच्चे के लिए खाने-पीने की वस्तुओं के साथ-साथ ही वहां पर पढ़ाई के लिए बच्चा ब्लैक बोर्ड, चॉक, कॉपी और अन्य सामग्री भी भेंट की गई. समूह के अध्यक्ष ने बताया कि आगे भी बंदियों के लिए कोई जरूरत होगी तो उसकी पूर्ति की जाएगी.