चित्तौड़गढ़. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने गुरुवार को ग्रामीण विकास सभागार में मुस्लिम धर्म के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इसमें सर्वसम्मति से ईद और जुम्मे की नमाज सार्वजनिक तौर पर नहीं अदा करने का निर्णय किया गया. ईद-उल-फितर के त्योहार पर नमाज सिर्फ घर में ही रहकर अदा की जाएगी. मस्जिदों में केवल 5 व्यक्ति ही नमाज अदा करेंगे. मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों की ओर से लिए गए संकल्प के बाद कलेक्टर और एसपी ने सभी का आभार व्यक्त किया.
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जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने बैठक में कहा कि कोरोना की शुरुआत से ही सभी का सहयोग मिलता रहा है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन कोरोना पर नियंत्रण के निरंतर प्रयास कर रहा है. वर्तमान में जिलेभर में 1200 से ज्यादा बेड उपलब्ध हैं, ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, हमारा जिला 8 जिलों को ऑक्सीजन सप्लाई कर रहा है. गांव-गांव कोविड केयर सेंटर खोले जा रहे हैं, कई जगह सुखद परिणाम भी मिले हैं.
जिला कलेक्टर ने कहा कि एक समय था जब चित्तौड़ से लोग इलाज के लिए बाहर जा रहे थे, अब बाहर से यहां आ रहे हैं. उन्होंने मुस्लिम धर्म के प्रतिनिधियों से लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक करने को कहा. इसी के साथ चिरंजीवी योजना की तकनीकी समस्याओं को लेकर भी चर्चा की गई.
जिला कलेक्टर ने बताया कि लक्षण दिखाई देने पर घर पर ही लोगों को दवाई पहुंचाई जा रही है. नई आरटी-पीसीआर मशीनें आ जाने से अब दिन में ही रिपोर्ट प्राप्त हो रही है, लेकिन इन सब के बीच आमजन का सहयोग भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि कोरोना की जंग अस्पतालों में नहीं जीती जा सकती. उन्होंने कहा कि ग्राउंड पर सभी मिल कर काम करेंगे, तब ही कोरोना को रोक सकते हैं. जिला कलेक्टर ने बैठक में बताया कि 2 हजार राशन किट तैयार कर लिए गए हैं और आवश्यकता पड़ने पर जिला रसद अधिकारी से संपर्क कर जरूरतमंद को दिलवाए जा सकते हैं.
वहीं, एसपी दीपक भार्गव ने बैठक में पहुंचे मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों को कोरोना काल में मिले अपार सहयोग के लिए तहे दिल से आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि जब-जब सहयोग के लिए याद किया, तब-तब समाज के प्रतिनिधि आगे आए. एसपी ने कहा कि दूसरा स्ट्रेन बेहद घातक है और बहुत तेज़ी से फैल रहा है. उन्होंने कहा कि बचाव ही इसका उपचार है, इसलिए गाइडलाइंस का पालन जरूर करें. उन्होंने कहा कि नमाज अदा करने के बाद मुबारकबाद के लिए गले ना मिलने न जाए, क्योंकि इससे संक्रमण फैलने का खतरा काफी बढ़ जाएगा. एसपी ने सभी से वैक्सीन लगवाने और चिरंजीवी योजना में शीघ्र पंजीयन करवाने की अपील की. बैठक में एडीएम (प्रशासन) रतन कुमार ने कहा कि कुरान में इंसानियत और सहिष्णुता की बात कही गई है. बैठक में एडिशनल एसपी हिम्मत सिंह, पुलिस उपाधीक्षक मनीष कुमार शर्मा, थानाधिकारी कोतवाली तुलसीराम प्रजापति और थानाधिकारी सदर दर्शन सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.़
आखा तीज पर होने वाले विवाहों के मद्देनजर भी हुई बैठक
चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने आखा तीज पर होने वाले विवाहों के मद्देनजर गुरुवार शाम सभी सामाजिक सगठनों की बैठक बुलाई. बैठक में जिला कलेक्टर ने सभी से अपील करते हुए कहा कि अपने समाज में होने वाली शादियों को लेकर आयोजनकर्ताओं को जागरूक करें. उन्हें विवाह स्थगित करने के लिए प्रेरित करें और घरों में ही 11 लोगों की सीमा को ध्यान में रखते हुए ही विवाह करें. जिला कलेक्टर ने कहा कि इस समय कोरोना महामारी फैल चुकी है. शादी एक खुशी का अवसर होता है. इस समय अगर शादी की तो ना नाच-गाना होगा, न बैंड-बाजा होगा और न ही आप खुशियां मना पाएंगे. इसलिए बेहतर है कि इसे आगे के लिए स्थगित करें और हालात सामान्य होने पर सेलिब्रेट करते हुए शादी करें. जिला कलेक्टर की इस बात पर बैठक में मौजूद सभी सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हाथ खड़े कर एक साथ निर्णय लिया कि कोरोना महामारी की भयावहता के मद्देनजर कोई विवाह समारोह नहीं होने देंगे. बैठक में एसपी दीपक भार्गव ने कोरोना काल में मिले सहयोग के लिए जिले के समस्त सामाजिक संगठनों का आभार व्यक्त किया.
कपासन कस्बे में पुलिस और प्रशासन की सख्ती का दिखा असर
कपासन कस्बे में कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए पुलिस और प्रशासन की सख्ती का असर अब कस्बे के बाजारों में भी दिखाई देने लगा है. कपासन कस्बे में कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए पुलिस और प्रशासन की सख्ती का असर अब कस्बे के बाजारों में भी दिखाई देने लगा है. आम दिनों में बाजार में उमड़ने वाली भीड़ अब दिखाई नहीं दे रही है और ग्राहकों से गुलजार रहने वाले बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. पुलिस ने नगर में 6 जगहों पर नाके लगाए हैं, जिससे लोग बिना वजह वाहन लेकर ना घुमें, वहीं वाहन चालको से कड़ी पूछताछ भी की जा रही है. लॉकडाउन के बाद पुलिस और प्रशासन ने जब से सड़कों पर बिना वजह घूमने वाले लोगों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन करना और बिना मास्क के पाए जाने पर जुर्माना वसूलने की कार्रवाई सख्ती से शुरू की है, तभी से ब्लॉक में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में भी कमी आई है. इन दिनों लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं. सिर्फ आवश्यक वस्तुओं में किराना, दूध, सब्जी और मेडिकल स्टोर की ही दुकानें खुल रही हैं.
बांसवाड़ा में लॉकडाउन के दौरान अब हुई और सख्ती
बांसवाड़ा में एसपी के आदेश पर शहर में अब और सख्त लॉकडाउन शुरू हो गया है. इसके तहत रात 11 बजे के बाद बांसवाड़ा शहर में आने जाने वाले हर व्यक्ति का रिकॉर्ड रखा जाने लगा है. इसके लिए बांसवाड़ा शहर में प्रवेश करने वाले सभी प्रमुख रोड पर पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों को तमाम बातें लिखने के निर्देश दिए गए हैं. इसमें बांसवाड़ा शहर में आने वाले व्यक्ति का नाम, पता, शहर में आने का कारण और उसका वाहन नंबर लिखा जा रहा है. एएसआई राजमल ने बताया कि अगर व्यक्ति कोई भी गड़बड़ करें या पुलिस से झूठ बोलकर कई अन्य काम करेगा तो उसके खिलाफ पुलिस शहर में ही कार्रवाई कर सकती है.