चित्तौड़गढ़. चित्तौड़गढ़ के साथ-साथ बेगू और निंबाहेड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए खुशखबरी (Good News For Chittorgarh) है. चंबल परियोजना की स्वीकृति के साथ राज्य सरकार ने परियोजना के लिए पानी का कोटा भी निर्धारित कर दिया है. जल संसाधन विभाग ने एक आदेश जारी कर आगामी 30 सालों के लिए 1170 एमसीएफटी पानी रिजर्व कर दिया है. इसके साथ ही अगले 3 से 4 महीने में परियोजना पर काम शुरू होने की संभावना है.
चित्तौड़गढ़ के पूर्व विधायक और राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चुंडावत लंबे समय से चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र तक चंबल परियोजना से पानी लाने के प्रयासों में जुटे थे (Water Quota of chittorgarh Decided). उदयपुर संभाग के इस ऐतिहासिक जिले के लोगों की डिमांड को ध्यान में रखते हुए बजट घोषणा में मुख्यमंत्री ने चंबल पेयजल परियोजना मंजूर दी.
इस मामले में सरकार ने कुछ समय बाद ही डीपीआर (Detailed Project Report) मांग ली. विभाग ने 2250 करोड़ की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भेजी. जिसे सरकार ने मंजूर कर ली और वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी. इसके लिए चंबल परियोजना में पानी का रिजर्व कोटा सही होना बाकी था जिसे मंगलवार को जल संसाधन विभाग ने जारी कर पूरा कर दिया. विभाग ने तीनों ही विधानसभा क्षेत्रों के लिए 1170 एमसीएफटी पानी रिजर्व किया है. प्राधिकरण अध्यक्ष चुंडावत के अनुसार टेंडर प्रोसेस में है और अगले 3 से 4 महीने में परियोजना पर काम शुरू होने की संभावना है. परियोजना का काम पूरा होने के बाद संबंधित क्षेत्रों में अगले 30 से 40 साल तक पेयजल को लेकर किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी.