चित्तौड़गढ़. अफीम किसानों से 28 लाख रुपए की वसूली के मामले (Recovery of Rs 28 lakh from opium farmers) में रविवार देर रात निंबाहेड़ा सदर थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है. विभागीय जांच में ये आरोपी दोषी (Nimbahera Sadar Police Station in Charge Suspended) पाए गए थे. जिन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई. उनमें सदर थाना प्रभारी तुलसीराम, एक एएसआई और हेड कॉन्स्टेबल शामिल है.
मंत्री के दखल के बाद किसानों को वापस मिले पैसे: दरअसल, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बीते सप्ताह इस मामले का खुलासा (Udaylal Anjana exposed illegal recovery) किया गया था. हालांकि मंत्री आंजना की दखल के बाद दोनों ही किसानों को वसूले गए 14- 14 लाख रुपए लौटा दिए गए, लेकिन पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्जुन सिंह शेखावत से मामले में जांच रिपोर्ट मांगी, जिसमें प्रथम दृष्टया आंजना की शिकायत की पुष्टि हुई.
मामले की विभागीय जांच चल रही: जिला पुलिस अधीक्षक दुष्यंत के अनुसार, मामले की विभागीय जांच चल रही है. लेकिन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरफ से दोनों किसानों समेत (opium farmers in Chittorgarh) कुछ लोगों के बयान देने के बाद प्रथम दृष्टया प्रकरण में एएसआई गोवर्धन लाल और हेड कांस्टेबल भेरूलाल की संलिप्तता सामने आयी. वहीं, थाना प्रभारी निरीक्षक तुलसीराम को सुपर विजन में लापरवाह माना गया. विस्तृत विभागीय जांच तक उन्होंने आदेश जारी कर एएसआई गोवर्धन लाल और हेड कांस्टेबल भेरूलाल को सस्पेंड कर दिया. उदयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक के आदेश पर थाना प्रभारी निरीक्षक तुलसीराम को भी निलंबित कर दिया गया.
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पुलिस के वसूली को मंत्री ने किया उजागर: बता दें कि बीते सप्ताह मंत्री उदयलाल आंजना ने निंबाहेड़ा में बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस की वसूली के खेल को उजागर किया गया था. उन्होंने दोनों पीड़ित काश्तकारों को मंच पर बुलाया और एनडीपीएस के एक पुराने मामले में पुलिस की तरफ से की गई लाखों रुपए की वसूली के बारे में खुलासा किया. साथ ही पैसे वापस लौटाए जाने पुष्टि कराई.
हालांकि, इस दौरान मंत्री आंजना की तरफ से पुलिसकर्मियों के नाम नहीं बताए गए थे, लेकिन उनके इस खुलासे से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था. इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा और शीघ्र रिपोर्ट मांगी. पता चला है कि इस पूरे मामले में एक वकील की भूमिका सामने आ रही है.