चित्तौड़गढ़. जिले के चंदेरिया थाना क्षेत्र में पुठोली स्थित हिंदुस्तान जिंक प्लांट में शनिवार सुबह कर्मचारी की मौत के मामले में मुआवजे का विवाद शाम तक नहीं सुलझ पाया. ऐसे में शव मोर्चरी में ही रखा हुआ है और पोस्टमार्टम की कार्रवाई नहीं की गई है. इस दौरान बेंगू विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी भी जिला चिकित्सालय पहुंचे और मुआवजा राशि दिलाने की मांग कर पुलिस व जिंक प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया.
जानकारी के अनुसार चंदेरिया जिंक प्लांट में कार्मिक रावतभाटा निवासी रमेश मारू की गैस क्लीनिंग प्लांट के टैंक में डूबने से मृत्यु हो गई थी. चंदेरिया थाना पुलिस ने को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाते हुए परिजनों को सूचना दी थी. यहां लोगों ने मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिलाने की मांग कर प्रदर्शन करने लगे, साथ ही शव लेने से इनकार कर दिया. पूरे दिन जिंक प्रबंधन, श्रमिकों और परिजनों के बीच कई बार वार्ता हुई, लेकिन सभी वार्ता बेनतीजा रहा.
परिजनों की मांग है कि कंपनी की ओर से मृतक के आश्रितों को मुआवजे की रकम ज्यादा दी जाए, जिससे कि आश्रितों और परिजनों को जीवन व्यापन करने में कुछ मदद हो सके. साथ ही साथ मृतक के एक आश्रित को नौकरी भी मिले. इसी मांग को लेकर परिजनों ने विधायक बिधूड़ी को भी बुलाया और अपनी मांगों को पूर्ण करने के लिए मध्यस्थता की गुहार लगाई.
वहीं, विधायक ने जिंक प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का और पुलिस पर भी सही कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. जानकारी के अनुसार मृतक के आश्रितों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिलाने की मांग पर परिजन और विधायक अड़े हुए हैं. फिलहाल, मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है.