चित्तौड़गढ़ . भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर बुधवार शाम को चित्तौड़गढ़ पहुंची है. वे यहां विधायक खेलकूद महाकुंभ के समापन समारोह में शामिल होने आई थी. उनका सर्किट हाउस में विधायक चंद्रभान सिंह आक्या सहित पार्टी के पदाधिकारियों ने स्वागत व अभिनंदन किया. यहां गुर्जर पत्रकारों से मुखातिब होते हुए विभिन्न मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी. महंगाई राहत शिविर के मसले पर गहलोत सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने पूछा कि आखिरकार सरकार किस गारंटी की बात कह रही है? जिसकी खुद की कोई गारंटी नहीं, वो आगे की क्या और कैसे गारंटी देंगे ?
आज डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) का युग है. प्रधानमंत्री मोदी लोगों के खाते में सीधे ही बेनिफिट पहुंचा रहे हैं, तो गहलोत सरकार भीषण गर्मी में जनता को शिविरों में धक्के खाने के क्यों मजबूर कर रही है. यह राहत शिविर नहीं बल्कि लोगों को आहत करने वाले शिविर हैं. इस कारण आम जनता का सरकार से विश्वास उठ चुका है. गहलोत सरकार साढ़े 4 साल तक कुर्सी कुर्सी का गेम खेलती रही और अब मुख्यमंत्री जगह-जगह कहते फिर रहे हैं कि देता देता नहीं थकूंगा. भाजपा नेत्री ने पूछा कि अब आखिरकार वे क्या दे सकते हैं, जबकि सरकार के पास बजटीय प्रावधान ही नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने चुनावी घोषणाओं पर खरी नहीं उतरी और 67 प्रतिशत घोषणाएं पूरी नहीं कर पाई. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हर विधायक ले देकर अपना घर भरने में लगा है. इस संबंध में उन्होंने पूर्व मंत्री और कांग्रेस के विधायक भरत सिंह का उदाहरण देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उनकी लेटर पैड खत्म हो गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस सरकार में बिना पैसे के कोई काम नहीं होता. जनता गहलोत सरकार की सच्चाई जान चुकी है और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी.
पढ़ें भाजपा के विरोध प्रदर्शन में प्रदेशाध्यक्ष के पीएसओ की पिस्टल चोरी, कईयों के पर्स और मोबाइल गायब
उन्होंने मोदी सरकार की योजनाओं का गुणगान करते हुए कहा कि सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों को मुख्यधारा में शामिल करने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी ने बेहतर कदम उठाया और 2018 में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग को संवैधानिक दर्जा दिलाया. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जयपुर में भाजपा के आंदोलन पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर उन्होंने कहा कि डोटासरा अपना दिमागी संतुलन खो चुके हैं. इस कारण वे ऐसी बातें कर रहे हैं जबकि वह खुद वहां मौजूद थी.