चित्तौड़गढ़. अब तक आपने एटीएम से केवल नोट ही निकलते देखे होंगे, लेकिन शीघ्र ही नोट के स्थान पर कपड़े की थैली निकलती दिखे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. हालांकि सरकार ने प्लास्टिक बैग से होने वाले नुकसान को देखते हुए इस पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन हकीकत में इसका उपयोग थम नहीं पा रहा. ऐसे में लोगों को जागरूक करने की दृष्टि से प्रदूषण नियंत्रण मंडल चित्तौड़गढ़ शहर में भी थैली उगलने वाले एटीएम लगाने की तैयारी कर रहा है. आपको शीघ्र ही इस प्रकार की एटीएम शहर के प्रमुख बाजारों में दिखाई देंगे.
केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक पॉलीबैग के उपयोग पर पूरी तरह से पाबंदी लगा चुकी है, परंतु विसंगति यह है कि इसका उपयोग थम नहीं पा रहा. जबकि नगर निकाय भी समय-समय पर इसके विरुद्ध कार्रवाई करता रहा है. समय-समय पर पॉलीबैग के व्यापारियों के साथ-साथ दुकानदारों के यहां पर भी छापे डाले जाते हैं और प्रतिबंधित पॉलीबैग जब्ती की कार्रवाई भी अमल में लाई जाती है. इसके लिए सबसे अहम पहलू नागरिकों का जागरूक होना है.
जन जागरूकता के बल पर ही कारगर तरीके से पॉलीबैग के उपयोग को रोका जा सकता है. नगर परिषद के साथ-साथ अब प्रदूषण नियंत्रण मंडल भी जन जागरूकता की दिशा में अपनी सहभागिता बनाने जा रहा है. इसके अंतर्गत नगर परिषद के सहयोग से पहले फेज में मंडल शहर में 3 प्रमुख स्थानों पर क्लॉथ बैग्स वेंडिंग मशीन लगाने जा रहा है. इसके लिए नगर परिषद से मशीन स्थापना के लिए स्थानों के बारे में डिटेल मांगी गई. जिसमें गोल प्याऊ चौराहा, प्रताप नगर चौराहा और कुंभा नगर सब्जी मंडी को चिन्हित किया गया है.
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी शरद सक्सेना के अनुसार सिक्का डालने के साथ ही मशीन से पॉलीबैग के स्थान पर क्लॉस बैग निकलेंगे. हालांकि कितने बैग पर कितनी राशि होगी? यह तय नहीं हो पाया है, लेकिन क्लॉथ बैग बहुत सस्ते होंगे. क्योंकि इस पर मंडल के साथ-साथ कुछ अन्य संस्थानों से भी सहयोग लिया जा रहा है. मशीनों का ऑर्डर दे दिया गया है. इन स्थानों पर प्लास्टिक थैली के अलावा लोगों के पास कोई विकल्प नहीं रहता. ऐसे में पॉलीबैग मशीन काफी कारगर रहेगी.