चित्तौड़गढ़. राजस्थान में करीब एक माह में प्रदेश की दो जेल में हुई फरारी की घटना से जेल महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है. जहां पहले फलोदी जेल और उसके बाद मंगलवार मध्यरात्रि को नौखा जेल से फरार हुए पांच बंदियों के बाद चित्तौड़गढ़ जिला जेल में भी सख्ती बढ़ा दी गई है. इसी क्रम में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने बुधवार को चित्तौड़गढ़ जिला कारागृह का सघन निरीक्षण किया है. साथ ही चौकसी बरतने के आदेश भी दिए हैं.
जानकारी के अनुसार हाल ही में प्रदेश की दो जेलों से फरारी की घटना हुई है. इसके बाद से ही जेल की सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खुल कर सामने आई गई है. पहले राजस्थान के फलोदी जेल और उसके बाद मंगलवार मध्यरात्रि को नौखा जेल से फरार हुए पांच बंदियों के बाद जिला जेल में भी सख्ती बढ़ा दी गई है. साथ ही चित्तौड़गढ़ जिला जेल में भी वर्ष 2010 में प्रदेश की सबसे बड़ी फरारी की घटना हुई थी.
पढ़ें: दंपति की कोरोना से हुई मौत, अनाथ हुए जुड़वा भाइयों को पूर्व विधायक ने किया भुवनेश्वर के लिए रवाना
वहीं मंगलवार रात को नोखा में हुई फरारी के बाद बुधवार को प्रदेश की सभी जेलों में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीमों ने जांच अभियान चलाया है. इसी क्रम में बुधवार को उपखंड मजिस्ट्रेट श्यामसुंदर विश्नोई के निर्देशन पर जिला जेल की तलाशी ली गई.
उपखंड मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस उप अधीक्षक मनीष कुमार, एसआई सुभाष विश्नोई मय जाप्ता और जिला कारागृह प्रभारी डुले सिंह मय कारागृह स्टॉफ ने जेल परिसर, बंदी वैरिक, शौचालय, लंगर, खुले प्रांगन और बंदियों की औचक तलाशी ली. तलाशी के दौरान कारागृह में किसी भी प्रकार की निषिद्ध सामग्री बरामद नहीं हुई. जहां उपखण्ड मजिस्ट्रेट की ओर से कारागृह की सुरक्षा, साफ-सफाई और कारागृह की कार्य व्यवस्था पर संतोष जाहिर किया है.