चित्तौड़गढ़. जिला मुख्यालय पर डाक बंगले में चार लाख रुपए की रिश्वत के साथ पकड़े गए पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता राजेंद्र प्रसाद लखारा का एसीबी ने शुक्रवार को दूसरा बैंक लॉकर खोला. दूसरे लॉकर से 20 लाख 91 हजार रुपए बरामद किए गए. यह कार्रवाई उदयपुर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह राठौड़ के नेतृत्व में की गई.
एसीबी ने लखानिा के आवास और लॉकरों से अब तक 90 लाख रुपए बरामद हो चुके हैं. एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया उसके उदयपुर स्थित घर से 24 लाख रुपए नकद व एक लॉकर से पहले ही करीब 42लाख रुपए मिले थे. इसके अलावा चित्तौड़गढ़ आवास से 1 लाख 30 हजार रुपए की राशि मिली थी. उन्होंने बताया कि लखारा के दूसरे लॉकर को एसीबी टीम के समक्ष खोला गया, जिसमें 500 और 2000 रुपए के नोटों की गडि्डया देखकर अधिकारी भी हतप्रभ रह गए. लॉकर से 20 लाख 91 हजार रुपए नकद मिला है. उन्होंने बताया कि लखारा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के अतिरिक्त भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की अन्य धाराओं में भी पड़ताल की जा रही है.
बता दें कि 2 दिन पहले एसीबी की उदयपुर इकाई ने एक ठेकेदार से 4 लाख रुपए की रिश्वत लेते अधिशासी अभियंता राजेंद्र प्रसाद लखारा को डाक बंगले से गिरफ्तार किया था.वहीं, एसीबी ने 7500 रुपए की रिश्वत के मामले में पारसोली पुलिस थाने के कांस्टेबल मुकेश कुमार मीणा को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. शराब के झूठे प्रकरण में फंसा कर गोपी राम नामक व्यक्ति से 7500 रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने गिरफ्तार किया था.