चित्तौड़गढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा रिश्वत के साथ गिरफ्तार की गई महिला कांस्टेबल को पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर कांस्टेबल कर दिया. जांच में लापरवाही मानते हुए महिला थाना अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया. पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि वर्ष 2008 में कांस्टेबल पद पर भर्ती चंदेरिया थाने के दौलतपुरा निवासी महिला कांस्टेबल धन्नो कुमारी पुत्री लेहरुलाल जाट को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में प्रकरण दर्ज होने पर आदेश जारी कर प्राथमिक जांच के दौरान शुक्रवार को निलंबित किया है.
वहीं, मामले में अनुसंधान में लापरवाही बरतने पर महिला थानाधिकारी सुशीला खोईवाल को प्राथमिक जांच में लाइन हाजिर किया गया है. गौरतलब है कि एसीबी की राजसमंद टीम ने 23 मार्च को यह कार्रवाई की थी. निंबाहेड़ा में दहेज प्रताड़ना के मामले में धन्नो कुमारी ने दोनों ही पक्षों के बीच समझौता कराने के नाम पर 15 हजार की रिश्वत मांगी थी. फरियादी अरबाज खान ने अपने मित्र के जरिए इस मामले में एसीबी के उदयपुर हेडक्वार्टर से संपर्क किया, जहां से यह कार्रवाई राजसमंद ऑफिस के जिम्में की गई.
पढ़ें : ACB Big Action : निंबाहेड़ा में निजी क्लीनिक पर रिश्वत लेते सरकारी डॉक्टर गिरफ्तार
राजसमंद टीम में 23 मार्च को ही शिकायत का सत्यापन कराया था, जिसमें दो हजार रुपये दिए जाने की पुष्टि हो गई थी. उसके बाद गुरुवार शाम को एसीबी ने जाल बिछाते हुए महिला कांस्टेबल धन्नो कुमारी के पास फरियादी को 6 हजार रुपये लेकर भेजा. जैसे ही फरियादी से धन्नो कुमारी ने रिश्वत की राशि ली, एसीबी ने उसे दबोच लिया. मामले की जांच थानाधिकारी सुशीला खोईवाल के पास थी. एसीबी की सूचना पर पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए महिला कांस्टेबल धन्नो कुमारी को निलंबित कर दिया. वहीं, जांच में लापरवाही मानते हुए थानाधिकारी को हटा कर पुलिस लाइन भेज दिया.