चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीरे-धीरे कम होती जा रही है, लेकिन अब भी तीसरी लहर की आशंका खत्म नहीं हुई है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन, आने वाली तीसरी लहर से मुकाबले के लिए कमर कस चुका है. इसके लिए जिला चिकित्सालय में आवश्यक उपकरणों और साजो-सामान की खरीदारी के लिए ढाई करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं. 15 करोड़ रुपए के प्रस्ताव अंतिम चरण में है.
इस संबंध में जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा, "हम दूसरी लहर को करीब-करीब कंट्रोल कर चुके हैं और हमारे रिकवरी रेट 96 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है. यह कोरोना प्रबंधन के साथ-साथ लॉकडाउन की पुलिस की ओर से सख्ती से पालना करवाने का सुखद नतीजा कहा जा सकता है. गांव से शहर तक कोविड-19 केयर सेंटर खोले गए. ऑक्सीजन की भी पर्याप्त उपलब्धता पर ध्यान दिया गया. उसी का परिणाम यह रहा कि आज कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे कम होता जा रहा है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जागरूकता का भी अहम रोल रहा. हमने इसके लिए सभी सामाजिक संगठनों धर्म गुरुओं की अलग-अलग बैठकर लेकर उनसे सहयोग मांगा. वही विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया गया. संभावित तीसरी लहर के सवाल पर कलेक्टर मीणा ने बताया कि हम उप स्वास्थ्य केंद्र से लेकर प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा जिला स्तर पर कोविड-19 केयर सेंटर खोल रहे हैं. इसके लिए आवश्यक साजो सामान की खरीदारी की तैयारियां की जा रही है.
जिला चिकित्सालय में कोविड-19 को देखते हुए विभिन्न उपकरणों और आवश्यक सामग्री की खरीदारी के लिए ढाई करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी कर दी गई है. डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड के समक्ष 15 करोड़ के प्रस्ताव भेजे गए हैं और इस संबंध में जिला प्रभारी मंत्री से भी बातचीत कर ली गई है. समय रहते जहां-जहां जिस-जिस चिकित्सकीय उपकरण और सामग्री की जरूरत है उसकी व्यवस्था कर दी जाएगी.