जयपुर. राजस्थान चयनित शिक्षक संघ 98 के बैनर तले 98 तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
प्रदर्शन कर रहे चयनित शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि इस भर्ती में कम अंक वालों को नौकरी दे दी गई. जबकि ज्यादा अंक वाले आज भी अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं. हमारी मांग पर कोई सुनवाई नहीं कर रहा है. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट भी नियुक्ति के आदेश दे चुका है. इसके बावजूद भी सरकार चयनित शिक्षकों को नियुक्ति नहीं दे पा रही है. आपको बता दें कि वर्ष 1998 में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में जो वरीयता सूची बानी, उस में कम अंक वाले नियुक्ति पा चुके हैं. लेकिन अधिक अंक वाले अभ्यर्थी आज भी नियुक्ति से वंचित हैं. सरकार ने 2003 में ऐसे अधिक वरीयता वाले अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने के लिए नियुक्ति आदेश भी जारी किए थे. लेकिन, अभी तक उस नियुक्ति के आदेश को लागू नहीं किया गया है.
समय-समय पर विभिन्न कमेटियों के माध्यम से इस प्रकरण को लटकाया गया है, जबकि कोर्ट के विभिन्न आदेशों के अनुसार उसी वरीयता सूची में 2014 तक नियुक्ति देना जारी रहा था. इसी लिए चयनित शिक्षकों को बार-बार अपनी नियुक्ति के लिए धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. नियुक्ति को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि 45 डिग्री तापमान होने के बावजूद भी इतने सारे अभ्यर्थियों ने जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर दोपहर दो बजे से 4 तक अपनी मांगों के लिए धरना देना पड़ रहा है.
संगठन सचिव बिजेंद्र चौहान, उपाध्यक्ष जयदेव फौजदार का कहना है कि जब तक सरकार हमारी नियुक्ति के आदेश जारी नहीं करेगी तब तक यह निरंतर धरना जारी रहेगा. इस भयंकर गर्मी और लू से किसी भी किसी तरह की हानि पहुंचती है तो उसका पूरा उत्तरदायित्व सरकार का होगा. वहीं, संघ के संरक्षक जितेंद्र पालीवाल ने बताया कि सरकार की हठधर्मिता के कारण हमारी नियुक्ति नहीं हो पा रही है. अब सभी चयनित शिक्षक आर-पार की लड़ाई के मूड में है, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अब यह लोग अपनी नियुक्ति के आदेश लेकर ही उठेंगे अन्यथा यहीं प्राण त्याग देंगे.