बात करें बीकानेर की तो बीकानेर में लूणकरणसर और श्री कोलायत क्रय विक्रय सहकारी समिति के मार्फत मूंग की सरकारी खरीद हुई है. जिसमें अक्टूबर से 8 जनवरी तक कुल 26438 किवंटल मूंग की खरीद हुई है. जिससे 1500 किसान इससे लाभान्वित हुए हैं. वहीं बीकानेर में मूंग की सरकारी खरीद के बन्द होने के बाद भी कई किसानों को इसका लाभ नहीं मिलने की बात कही जा रही है. उस प्रक्रिया में धांधली और पारदर्शी नहीं होने की बात भी व्यापारी और किसान कह रहे हैं.
बीकानेर अनाज कमेटी के अध्यक्ष जयकिशन अग्रवाल का कहना है कि सरकार को समर्थन मूल्य की प्रक्रिया को दोबारा देखने की जरूरत है. वहीं किसान भगवान राम ने भी कहा कि मूंग की खरीद कुछ लोगों तक ही सीमित रही है. कुछ और किसानों ने तो फर्जी गिरदावरी तक का आरोप लगाया है.
हालांकि इस बारे में सहकारी समिति से बात करने का भी प्रयास किया गया लेकिन वे कार्यालय में मौजूद नहीं मिले. किसानों और व्यापारियों की माने तो बीकानेर में मूंग के जो आंकड़े सामने आए है उसके मुताबिक मूंग नहीं बल्कि इससे कहीं ज्यादा फसल हुई है लेकिन केवल 26000 किवंटल की खरीद साफ करती है कि हर किसान का माल तुलाई में नहीं आया और केवल चन्द लोगों को इस आड़ में लाभ पहुंचाया गया है.