हनुमानगढ़. हनुमानगढ़ में पिछले 15 दिनों से किसान और व्यापारी लगातार फसल की खरीद की मांग कर रहे हैं लेकिन एफसीआई द्वारा फसल की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाते हुए फसल की खरीद नहीं की जा रही है. जिससे आक्रोशित व्यापारियों और किसानों ने आज हल्ला बोल दिया है.
गौरतलब है की मौसम की मार से धान मंडी में रखी हुई गेहूं की फसल लगभग पूरी तरह से खराब हो चुकी है. एफसीआई द्वारा खरीद नहीं की जा रही है उनका कहना है की जो फसल खराब हो चुकी है उसे एफसीआई द्वारा नहीं खरीदा जाएगा.
इस पर किसानों और व्यापारियों ने प्रदर्शन और आंदोलन किए. उसके बाद अब सरकार ने 50% खराब फसल जो के खराब बताई जा रही है उसकी खरीद करने की अनुमति दे दी है. लेकिन किसान और व्यापार इस बात पर अड़े हुए हैं की जो फसल मौसम की मार से खराब हुई है उसका अब क्या करेंगे इसलिए सारी फसल की खरीद होनी चाहिए.
वहीं इस प्रदर्शन के बाद अधिकारियों ने असमर्थता जताते हुए साफ किया कि सरकार द्वारा जो निर्देश उन्हें मिले हैं वह सिर्फ उसी की पालना कर सकते हैं. सौ प्रतिशत फसल को अभी नहीं खरीद सकते जब तक कोई नया आदेश नहीं मिल जाता.
जहां किसान और व्यापारी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं वहीं एफसीआई के अधिकारी सरकार के आदेश के इंतजार में बैठे हैं. किसान और व्यापारियों ने साफ तौर पर चेतावनी दे दी है कि 3 दिनों में अगर संपूर्ण फसल नहीं खरीद की जाती है तो अब चक्का जाम और आमरण अनशन होगा. देखना होगा की किसानों की हितैषी कहे जाने वाली सरकार कब किसानों की सुनवाई कब तक करती है.