जयपुर. पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर प्रदेश उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की ओर से दिए गए बयान के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कहा है कि जिस तरीके से बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की तरफ से हिंसा कराई गई .वह बंगाल का अपमान है, लोकतंत्र का अपमान है. उन्होंने कहा कि बंगाल में जो हाल ही में पंचायत और नगर निकाय के चुनाव हुए उसमें बीजेपी सेकिंड लार्ज स्केल पार्टी के रूप में उभरी है.
सैनी ने कहा है कि अब बंगाल पर कांग्रेस कम्युनिस्ट या अन्य राजनीतिक पार्टियों का वर्चस्व खत्म हो गया है, अब बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. उन्होंने कहा कि जो वहां पर तृणमूल कांग्रेस की तरफ से इनसे कराई गई है उससे साफ हो गया है कि अब तृणमूल कांग्रेस की मौत होने वाली है. बंगाल में जो लोकसभा चुनाव हो रहे हैं और लोकसभा चुनाव ना होकर विधानसभा चुनाव हैं इसलिए तृणमूल कांग्रेस बौखलाई हुई है.
उन्होंने कहा कि 2 साल बाद बंगाल में विधानसभा के चुनाव होंगे और जिस तरीके से तृणमूल कांग्रेस को अपनी सत्ता जाते हुए दिख रही है. उससे वह पूरी तरीके से बौखला गई है. लोकसभा चुनाव को वह विधानसभा चुनाव की तर्ज पर देख रही है क्योंकि उन्हें पता है कि अगर लोकसभा चुनाव में उनकी हार हुई तो विधानसभा चुनाव में उनकी सत्ता हाथ से चली जाएगी. ऐसे में वह अपने प्रायोजित कुछ लोगों के जरिए पत्थरबाजी करा रही है जो न केवल बंगाल का मान सम्मान घटा रही है बल्कि उसका अपमान भी कर रही है. इस तरह की घटना होना लोकतंत्र का अपमान है.
मदन लाल सैनी ने कहा कि जिस तरीके से बंगाल के अंदर पत्थरबाजी कराई गई. लोगों को मतदान करने से रोक दिया गया. उसे साफ झलकता है कि वह संविधान का अपमान है. लोकतंत्र का अपमान है. अब वहां की जनता समझ चुकी है इसलिए तृणमूल कांग्रेस का सफाया होने वाला है. मदन लाल सैनी ने कहा कि इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ लोकतंत्र की आजादी पर इस तरह से पहले कहीं पर भी किसी ने इस तरह का प्रहार नहीं किया, जिस तरह की मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर कर रही है.
दरअसल, बंगाल में जिस तरह से हिंसा की घटना हुई और वहां पर निर्वाचन आयोग द्वारा तृणमूल कांग्रेस सहित राजनीतिक पार्टियों के चुनाव प्रचार पर रोक लगाई .उसके बाद प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में भी इसको लेकर पक्ष विपक्ष में बयानबाजी तेज हो गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी इस मामले पर बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया था.