जयपुर. प्रदेश में टिड्डी दल को आगे बढ़ने से रोकने के लिए की जा रही कार्रवाई और खाद बीज की उपलब्धता को लेकर कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला कलेक्टर्स की मीटिंग ली है. कटारिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टिड्डी से प्रभावित 6 जिलों के जिला कलेक्टर से फीड बैक लिया है. कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि जैसलमेर, बाड़मेर में टिड्डी का ज्यादा प्रभाव है. इसके साथ ही कुछ दिनों पहले जालौर में भी टिड्डी को देखा गया है. बारिश के मौसम में टिड्डी दल आगे नहीं बढ़े, इसके लिए तीन प्रभावित जिलों के साथ तीन अन्य इससे जुड़े हुए जिलों में कलेक्टर के साथ चर्चा की है.उनको आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है कि बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर के साथ जोधपुर, बीकानेर, गंगानगर जिलों में प्रभावित जिलों से जुड़े हुए होने के चलते अधिकारी विशेष सतर्कता बरतें.
मंत्री कटारिया ने कहा कि इन जिलों में मेलाथिन दवाई छिड़कने के लिए 40 वाहन उपलब्ध कराए जा चुके हैं.अधिकारियों को इन जिलों में मुस्तैदी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही मंत्री लाल सिंह कटारिया ने मानसून के दौरान खाद बीज किल्लत नहीं हो इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए उन्होंने कहा कि सभी जिलों के जिलाधिकारियों से चर्चा की और कहा कि किसानों की समस्या पर गुणवत्तापूर्ण आदि उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए. इसमें लापरवाही बरतने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. प्रदेश में ज्वार बाजरा के बीज उपलब्धता को लेकर मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि बीज प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध है. जहां भी शिकायत मिल रही है वहां पर बीज उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं.