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वोट जो ना कराए...कहीं दंड पेले जा रहे हैं तो कहीं ट्रैक्टर चला रहे हैं नेता जी

लोकसभा में अधिक से अधिक वोट मिले, इसके लिए नेताजी कुछ भी करने को तैयार हैं. फिर चाहे उन्हें मतदाताओं को देखकर अपने प्रचार का अंदाज ही बार-बार क्यों न बदलना पड़े. ऐसी सथिति में भी नेताजी हर पल तैयार हैं.

चुनाव प्रचार का नेता जी का अनोखा अंदाज
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Published : Apr 22, 2019, 3:17 PM IST

जयपुर. जयपुर शहर और ग्रामीण लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रचार का अनोखा अंदाज देखने को मिल रहा है.जयपुर शहर और ग्रामीण लोकसभा सीट पर मतदाताओं के बीच पहुंचने वाले भाजपा प्रत्याशियों के लिए अपने वोटर्स को लुभाने की सबसे पहली शर्त यही है कि उन्हें पगड़ी और साफा बांधना और बंधवाना आता हो.

चुनाव प्रचार का नेता जी का अनोखा अंदाज

जयपुर ग्रामीण से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने अब तक जहां भी चुनाव प्रचार किया वहां ग्रामीणों ने उन्हें पगड़ी जरूर पहनाई. लिहाजा अब राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पगड़ी बांधने में महारत हासिल कर चुके हैं और कई बार तो वह अपने सिर के वजन से अधिक पगड़ी बांध लेते हैं. यही स्थिति जयपुर शहर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रामचरण बोहरा की भी है.

बता दें कि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जब प्रचार के लिए खेल के मैदान की तरफ जाते हैं तो वहां खिलाड़ी बनकर खेलते है, फिटनेस सेंटर जाते है तो प्रचार के साथ व्यायाम करते हैं और दलित के यहां जाते है तो वहां बैठकर जूतिया सिलना नहीं भूलते. वहीं जयपुर सांसद और प्रत्याशी रामचरण बोहरा भी कभी प्रचार के दौरान ग्रामीणों के साथ ट्रैक्टर चलाते हैं तो कभी प्रचार के दौरान रास्ते में पड़ने वाले मंदिर पर धोक. बहरहाल सीजन चुनाव का है और वोट के लिए वह सब करने को तैयार हैं. इसलिए नेताजी जनता के समक्ष शीर्षासन की मुद्रा में है ताकि आने वाला चुनाव उन्हें शीर्ष तक ले जा सके.

जयपुर. जयपुर शहर और ग्रामीण लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रचार का अनोखा अंदाज देखने को मिल रहा है.जयपुर शहर और ग्रामीण लोकसभा सीट पर मतदाताओं के बीच पहुंचने वाले भाजपा प्रत्याशियों के लिए अपने वोटर्स को लुभाने की सबसे पहली शर्त यही है कि उन्हें पगड़ी और साफा बांधना और बंधवाना आता हो.

चुनाव प्रचार का नेता जी का अनोखा अंदाज

जयपुर ग्रामीण से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने अब तक जहां भी चुनाव प्रचार किया वहां ग्रामीणों ने उन्हें पगड़ी जरूर पहनाई. लिहाजा अब राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पगड़ी बांधने में महारत हासिल कर चुके हैं और कई बार तो वह अपने सिर के वजन से अधिक पगड़ी बांध लेते हैं. यही स्थिति जयपुर शहर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रामचरण बोहरा की भी है.

बता दें कि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जब प्रचार के लिए खेल के मैदान की तरफ जाते हैं तो वहां खिलाड़ी बनकर खेलते है, फिटनेस सेंटर जाते है तो प्रचार के साथ व्यायाम करते हैं और दलित के यहां जाते है तो वहां बैठकर जूतिया सिलना नहीं भूलते. वहीं जयपुर सांसद और प्रत्याशी रामचरण बोहरा भी कभी प्रचार के दौरान ग्रामीणों के साथ ट्रैक्टर चलाते हैं तो कभी प्रचार के दौरान रास्ते में पड़ने वाले मंदिर पर धोक. बहरहाल सीजन चुनाव का है और वोट के लिए वह सब करने को तैयार हैं. इसलिए नेताजी जनता के समक्ष शीर्षासन की मुद्रा में है ताकि आने वाला चुनाव उन्हें शीर्ष तक ले जा सके.

Intro:(special story)
वोट के लिए कुछ भी करेंगे नेताजी
चुनाव प्रचार का नेता जी का अनोखा अंदाज
राठौड़ और बोहरा के चुनाव प्रचार का निराला अंदाज़,इस तरह मतदाताओं को लुभा रहे है नेताजी

जयपुर (इंट्रो एंकर)
लोकसभा में अधिक से अधिक वोट मिले इसके लिए नेताजी कुछ भी करने को तैयार है। फिर चाहे इसके लिए उन्हें मतदाताओं को देखकर अपने प्रचार का अंदाज ही बार बार क्यों ना बदलना पड़े,नेताजी उसके लिए भी हर पल तैयार है। जयपुर शहर और ग्रामीण लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रचार का अनोखा अंदाज देखने को मिला।

साफा और पगड़ी बांधना आना है जरूरी-

जयपुर शहर और ग्रामीण लोकसभा सीट पर मतदाताओं के बीच पहुंचने वाले भाजपा प्रत्याशियों के लिए अपने वोटर्स को लुभाने की सबसे पहली शर्त यही है कि उन्हें पगड़ी और साफा बांधना और बंधवाना आता हो। जयपुर ग्रामीण से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने अब तक जहां भी चुनाव प्रचार किया वहां ग्रामीणों ने उन्हें पगड़ी जरूर पहनाई लिहाजा अब राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पगड़ी बांधने में महारत हासिल कर चुके हैं और कई बार तो वह अपने सिर के वजन से अधिक पगड़ी आपने माथे पर बांध लेते हैं। यही स्थिति जयपुर शहर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रामचरण बोहरा की भी है। यकीन नहीं होता तो आप खुद ही देख लीजिए

(विसुअल्स- पगड़ी बांधते कब बंद होते प्रत्याशियों के)

(vo 2)
चुनाव प्रचार में केवल पगड़ी बांधने या पहनने से ही मतदाता खुश नहीं होते बल्कि नेताजी को जिस क्षेत्र में प्रचार के लिए जाना होता है उसी की वेशभूषा और वहां रहने वाले लोगों के आचरण के अनुसार ही खुद को ढालना भी पड़ता है। यही कारण है कि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जब प्रचार के लिए खेल के मैदान की तरफ जाते हैं तो वहां खिलाड़ी बनकर खेलते है,फिटनेस सेंटर जाते है तो प्रचार के साथ व्यायाम करते है और दलित के यहां जाते है तो वहां बैठकर जुतिया सिलना नहीं भूलते। वहीं जयपुर सांसद और प्रत्याशी रामचरण बोहरा भी कभी प्रचार के दौरान ग्रामीणों के साथ ट्रेक्टर चलाते है तो प्रचार के दौरान रास्ते में पड़ने वाले मंदिर देवरे ढोकन नहीं भूलते।

बाईट- रामचरण बोहरा,भाजपा प्रत्याशी,जयपुर शहर लोकसभा

(vo 3)
बहरहाल सीजन चुनाव का है और वोट के लिए वह सब करने को तैयार है जिस से अब तक कि नहीं परहेज था। इन नेताओं के लिए अब जनता ही जनार्दन है इसलिए नेताजी उनके समक्ष शीर्षासन की मुद्रा में है ताकि आने वाला चुनाव उन्हें शीर्ष तक ले जा सके।
रिपोर्टर पीटीसी- पीयूष शर्मा, जयपुर

(Edited vo pkg-Vote ke liye kuch bhi karenge)



Body:(Edited vo pkg-Vote ke liye kuch bhi karenge)


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