जयपुर. पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग का कार्यकाल 30 जून को समाप्त होने जा रहा है. ऐसे में एक छोटे कार्यकाल के दौरान डीजीपी कपिल गर्ग की ओर से चलाई गई विभिन्न योजनाएं को लेकर पुलिस मुख्यालय में संशय बरकरार है.
गत दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस मुख्यालय में अपराध समीक्षा बैठक ली थी. उस दौरान पुलिस के कुछ आला अधिकारियों में डीजीपी कपिल गर्ग द्वारा चलाई गई अनेक योजनाओं को लेकर विरोधाभास देखने को मिला. हालांकि सीएम अशोक गहलोत ने विरोधाभास के बावजूद भी डीजीपी कपिल गर्ग द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की.
डीजीपी कपिल गर्ग द्वारा राजस्थान पुलिस के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई है और इसके साथ ही अनेक प्रयोग भी डीजीपी कपिल गर्ग ने अपने कार्यकाल के दौरान किए हैं. चाहे वह पुलिस वेलफेयर से जुड़ी हुई योजनाएं हो या फिर फील्ड में तैनात पुलिसकर्मियों की कार्यशैली जांचने के लिए करवाए गए डिकॉय ऑपरेशन. यह तमाम चीजें पुलिस महकमे में काफी हाईलाइट रही है.
अब ऐसे में संशय यह बना हुआ है कि डीजीपी कपिल गर्ग का कार्यकाल समाप्त होने के बाद जो भी नया डीजीपी आएगा. क्या वह इन योजनाओं और प्रयोग को आगे भी इसी तरह से जारी रखेगा. इस संशय को लेकर डीजीपी कपिल गर्ग काफी आश्वस्त नजर आ रहे हैं और उनका कहना है कि जो भी अधिकारी अब आएगा वह जरूर इन चीजों को आगे भी जारी रखेगा और जारी रखने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार उसमें बदलाव भी करेगा.