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सोशल साइट्स के जरिए सस्ते इलेक्ट्रॉनिक आइटम खरीदने से पहले ये खबर जरूर पढ़ें - cyber thug

सोशल मीडिया साइट्स पर सस्ते में मोबाइल बेचने और इलेक्ट्रॉनिक आइटम बेचने का झांसा देकर ठगी करने का नया तरीका सामने आया है. इसके लिए साइबर ठग बकायदा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी पेज बनाकर लोगों को आधी कीमत पर मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम बेचने का झांसा दे रहे हैं.

आधी कीमत पर मोबाइल बेचने के नाम पर ठगी की वारदात को दे रहे अंजाम
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Published : May 26, 2019, 2:41 PM IST

जयपुर. प्रदेश में साइबर ठगों ने सोशल मीडिया साइट्स पर सस्ते में मोबाइल बेचने और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम बेचने के नाम पर ठगी करने का नया तरीका शुरू किया है. जिसमें ठग अलग-अलग सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं और आसानी से लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. बता दें कि पहले तो साइबर ठग बकायदा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी पेज बनाकर लोगों को आधी कीमत पर मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम बेचने का झांसा दे रहे हैं. फिर सिक्योरिटी राशि जमा कराने की बात पर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं.

आधी कीमत पर मोबाइल बेचने के नाम पर ठगी की वारदात को दे रहे अंजाम

दरअसल, इस ठगी में चौंकाने वाली बात यह है कि साइबर ठग पेटीएम के जरिए सिक्योरिटी राशि जमा कराने को कहते हैं और जैसे ही ठगों की बातों में आकर कोई व्यक्ति पेटीएम के थ्रू सिक्योरिटी राशि ठगों के अकाउंट में जमा करवाता है वैसे ही ठग उस राशि को निकाल लेते हैं. इस तरह की ठगी में साइबर ठग 50 हजार रुपए से लेकर 90 हजार रुपए तक के मोबाइल आधे से भी कम कीमत पर बेचने का झांसा दे रहे हैं.

बता दें कि 2 हजार रुपए से लेकर 20 हजार रुपए तक ठगों द्वारा सिक्योरिटी राशि के रूप में मांगे जाते हैं और जैसे ही यह राशि ठगों के पेटीएम अकाउंट में पहुंचती है वैसे ही ठग सोशल मीडिया साइट्स पर बनाए गए पेज को बंद कर देते हैं. इस तरह से ठग सैकड़ों लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं और फिर लाखों रुपए ठग कर फरार हो जाते हैं.

जयपुर. प्रदेश में साइबर ठगों ने सोशल मीडिया साइट्स पर सस्ते में मोबाइल बेचने और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम बेचने के नाम पर ठगी करने का नया तरीका शुरू किया है. जिसमें ठग अलग-अलग सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं और आसानी से लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. बता दें कि पहले तो साइबर ठग बकायदा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी पेज बनाकर लोगों को आधी कीमत पर मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम बेचने का झांसा दे रहे हैं. फिर सिक्योरिटी राशि जमा कराने की बात पर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं.

आधी कीमत पर मोबाइल बेचने के नाम पर ठगी की वारदात को दे रहे अंजाम

दरअसल, इस ठगी में चौंकाने वाली बात यह है कि साइबर ठग पेटीएम के जरिए सिक्योरिटी राशि जमा कराने को कहते हैं और जैसे ही ठगों की बातों में आकर कोई व्यक्ति पेटीएम के थ्रू सिक्योरिटी राशि ठगों के अकाउंट में जमा करवाता है वैसे ही ठग उस राशि को निकाल लेते हैं. इस तरह की ठगी में साइबर ठग 50 हजार रुपए से लेकर 90 हजार रुपए तक के मोबाइल आधे से भी कम कीमत पर बेचने का झांसा दे रहे हैं.

बता दें कि 2 हजार रुपए से लेकर 20 हजार रुपए तक ठगों द्वारा सिक्योरिटी राशि के रूप में मांगे जाते हैं और जैसे ही यह राशि ठगों के पेटीएम अकाउंट में पहुंचती है वैसे ही ठग सोशल मीडिया साइट्स पर बनाए गए पेज को बंद कर देते हैं. इस तरह से ठग सैकड़ों लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं और फिर लाखों रुपए ठग कर फरार हो जाते हैं.

Intro:जयपुर
एंकर- सोशल मीडिया साइट्स पर सस्ते में मोबाइल बेचने व इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम बेचने का झांसा देकर ठगी करने का नया तरीका साइबर ठगों ने शुरू किया है। इसके लिए साइबर ठग बकायदा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी पेज बनाकर लोगों को आधी कीमत पर मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम बेचने का झांसा देते हैं। फिर सिक्योरिटी राशि जमा कराने की बात कहते हुए ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। इस ठगी में चौंकाने वाली बात यह है कि साइबर ठग पेटीएम के जरिए सिक्योरिटी राशि जमा कराने को कहते हैं और जैसे ही ठगों की बातों में आकर कोई व्यक्ति पेटीएम के थ्रू सिक्योरिटी राशि ठगों के अकाउंट में जमा कराता है वैसे ही ठग उस राशि को निकाल लेते हैं।


Body:वीओ- इस तरह की ठगी में साइबर ठग 50 हजार रुपए से लेकर 90 हजार रुपए तक के मोबाइल आधे से भी कम कीमत पर बेचने का झांसा देते हैं। जैसे ही ठगों के झांसे में आकर कोई व्यक्ति उनसे संपर्क करता है टोटल पेटीएम के थ्रू सिक्योरिटी राशि जमा कराने को कहते हैं। 2 हज़ार रुपए से लेकर 20 हजार रुपए तक ठगों द्वारा सिक्योरिटी राशि के रूप में मांगे जाते हैं और जैसे ही यह राशि ठगों के पेटीएम अकाउंट में पहुंचती है वैसे ही ठग सोशल मीडिया साइट्स पर बनाए गए पेज को बंद कर देते हैं। इस तरह से ठग सैकड़ों लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाते हैं और फिर लाखों रुपए ठग कर फरार हो जाते हैं।

बाइट- आयुष भारद्वाज, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट


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