बारां. रात को अहमदाबाद से भिंड-मुरैना की ओर जा रही एक निजी स्लीपर कोच बस डिवाडर से अनियंत्रित होकर बटावदा गांव के निकट पलट गई. इस हादसे में 29 यात्री जख्मी हो गए. हादसा रात के करीब 2 बजे का है. हादसे के पीछे जो वजह सामने आई..वो बेहद लापरवाही थी.
हादसे की सूचना अंता और बारां पुलिस को मिली. जिसके बाद सभी घायलों को 108 की मदद से अस्पताल में भर्ती करवाया गया. पुलिस और बस हादसे में घायल यात्रियों से मिली जानकारी के मुताबित रात्रि के करीब 2 बजे एक निजी स्लीपर कोच बस अहमदाबाद की ओर से भिंड मुरैना एनएच 27 से होकर गुजर रही थी. बस में सवार एक यात्री ने बताया कि हादसे के समय बस सवारियों से ओवरलोड थी. बस में करीब 70 सवारियां सवार थी और बस ड्राइवर मोबाइल चलाने में व्यस्त था.
बस ड्राइवर की लापरवाही देखिए की वो बस चलाते हुए भी यूट्यूब पर मूवी देख रहा था. जिसपर सवारियों ने उसे टोका भी था, लेकिन वो एक नहीं माना और बटावदा गांव के पास मोबाइल चलाते वक्त ही चालक ने बस को डिवाइडर पर चढ़ा दी. जिसके कारण बस बेकाबू होकर पलट गई. यात्रियों ने बताया की हादसे के पूर्व कोटा रोड पर भी बस का संतुलन बिगड़ गया था. उस समय भी बस चालक ने बस को धीरे चलाने और मोबाइल नहीं चलाने की बात कही थी, लेकिन वो नहीं माना और आखिरकार आगे जाकर सवारियों की जान को खतरे में डाल दी.
सड़क सुरक्षा सप्ताह केवल हेलमेट तक सुरक्षित
यातायात और परिवहन विभाग की ओर से चलाया गया सड़क सुरक्षा सप्ताह केवल हेलमेट और बाइक सवारों के चालान तक ही सीमित है. ओवरलोड बसों की ओर यातायात विभाग, पुलिस और परिवहन विभाग का कोई ध्यान नहीं है. एन एच 27 कोटा मार्ग से रोजाना करीब 5 दर्जन से अधिक बस ओवरलोड निकलती है, लेकिन इनपर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. जिसके कारण इस तरह के हादसे घटित होते है. सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान 2 बड़े बस हादसे हुए है, लेकिन विभाग ने इनसे कोई सुध नहीं ली है.