लोकसभा चुनावों से पहले अब तक कांग्रेस और भाजपा की हर बैठकों में बीटीपी को लेकर चर्चा जोरों पर चली. दोनों ही पार्टियों ने विधानसभा चुनावों में हार का ठीकरा भी बीटीपी पर ही फोड़ा. विधानसभा चुनावों में डूंगरपुर जिले से बीटीपी ने पहली ही बार मे दो सीटों पर कब्जा किया तो इससे उत्साहित बीटीपी अब लोकसभा चुनावों में भी अपना प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर चुकी है. ऐसे में भाजपा और कांग्रेस का सिरदर्द बढ़ गया है इसकी वजह है बीटीपी का प्रत्याशी इन दोनों ही पार्टियों के वोट का गणित बिगाड़ेगी.
वहीं बीटीपी साफ कर चुकी है कि डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट के अलावा वे उदयपुर, राजसमंद सीट और सामान्य सीट से भी कोई प्रत्याशी अपना आवेदन करता है तो इस पर विचार किया जाएगा. वहीं बीटीपी ने अंदरखाने लोकसभा चुनावों को लेकर बैठके भी शुरू कर दी है.
बीटीपी में प्रत्याशी को लेकर भी कई उम्मीदवार सामने आ रहे है. लेकिन इसमें सबसे बड़ा नाम बीटीपी मे लंबे समय से काम कर रहे कांति भाई के अलावा युवा नेता अनुतोष रोत के नाम है. वहीं बांसवाड़ा से मणिलाल गरासिया के नाम की भी चर्चा है. हालांकि माना जा रहा है कि भाजपा और कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी की घोषणा के बाद ही बीटीपी भी अपने पत्ते खोलेगी. ऐसे में देखना यह होगा कि दोनों ही बड़ी पार्टियों के बीच बीटीपी कितना जोर दिखा पाती है.