अजमेर. जिले की फाई सागर रोड स्थित गीता कॉलोनी में रहने वाले बीएल सामरा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की . जिसमें उन्होंने बताया कि उनके पास मुगल काल के सिक्के मौजूद हैं. इसके साथ ही कई तरह के पुराने तालों और इत्र की शीशी भी मौजूद हैं, जो लगभग 100 से 150 साल पुरानी है. इसके साथ ही 125 देशों के डाक टिकट और कोटा महाराज द्वारा काशी महाराज को लिखा गया दुर्लभ पत्र भी मौजूद है.
सामरा ने बताया कि उन्हें ये प्रेरणा अपने दादा जी से मिली है. उनके दादा जी कहते थे कि कौड़ी भी कभी करोड़ों की हो सकती है. उस बात से प्रेरित होकर सामरा हर कोड़ी को अमूल्य मान कर अपने पास रखने लगे. जिसमें उनके पास मेवाड़ महाराणा का निमंत्रण पत्र भी है. जिसे डेकोरेट करने के लिए सोने की स्याही का इस्तेमाल किया गया है.
फारसी में लिखी अद्भुत गीता
सामरा के पास फारसी में लिखी हुई अद्भुत गीता भी है जो करीब 100 साल पुरानी है. बता दें कि उस समय फारसी व उर्दू में ही पत्र व्यवहार किया जाता था. यही नहीं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पिता ग्वालियर महाराज जीवाजी राव सिंधिया के खजाने का हिसाब-किताब का पत्र व्यवहार भी सामरा के पास आज भी मौजूद हैं.
इसके साथ ही सामरा के पास कई ऐसी दुर्लभ वस्तुएं मौजूद है. जिनमें गायत्री मंत्र जिस कागज पर बना है उसके चारों और हिंदुओं के इष्टदेव भगवान भैरवनाथ और उनकी सवारी के चिन्ह अंकित हैं. सामरा का उद्देश्य बस प्राकृतिक और पारंपरिक चीजों को संजोए रखना है.
बता दें कि इसी मकसद से भारतीय जीवन बीमा निगम से सेवानिर्वत बीएल सामरा के घर के दो कमरे म्यूजियम की तरह पुरानी ऐतिहासिक यादों को समेटे हुए हैं. यही नहीं सामरा के इस काम में उनका परिवार भरपूर सहयोग दे रहा है. बीएल सामरा कई ऐतिहासिक प्रदर्शनियों में इन दुर्लभ वस्तुओ को प्रदर्शित कर चुके है.