जयपुर. राजस्थान एटीएस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए गाजियाबाद, गुड़गांव और जयपुर में दबिश की कार्रवाई को अंजाम देकर बिटकॉइन और ऑनलाइन सट्टे में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली गैंग में शामिल शिल्पा शर्मा, विशाल गुप्ता, विकास चौधरी और महेश शर्मा को गिरफ्तार किया है.
गैंग के सदस्य राजस्थान के 11 प्रॉपर्टी डीलरों से ढाई करोड रुपए की राशि ठग चुके हैं. गिरोह के तार थाईलैंड, इंडोनेशिया और आर्मेनिया से जुड़े हुए पाए गए हैं. जिसके चलते टेरर फंडिंग की आशंका जताई जा रही है. गिरोह के सदस्यों ने लोगों से करोड़ों रुपए बिटकॉइन और ऑनलाइन सट्टे में निवेश कराए, और जब कोई भी मुनाफा नहीं दिया गया. निवेशकों ने अपने पैसे वापस मांगे. जिस पर निवेशकों को वर्ल्ड टूर के नाम पर बाली और इंडोनेशिया ले जाकर फिल्म सितारों के साथ पार्टी दी गई. साथ ही विदेश में अनेक स्थानों पर कंपनी के कार्यालय खोलने का झांसा देकर निवेशकों और उनके रिश्तेदारों से भी और बड़ी राशि बिटकॉइन और ऑनलाइन सट्टे में निवेश करवाई गई.
निवेशकों ने जब अपने जमा धन को लेने के लिए कंपनी की साइट पर जाना चाहा तो वह साइट बंद मिली. इसके बाद यह पूरा मामला एटीएस तक पहुंचा. फिलहाल गिरफ्त में आए आरोपियों से एटीएस मुख्यालय में लगातार पूछताछ जारी है, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे ने की संभावना है. देखने की बात होगी कि गिरोह के सदस्य पूछताछ में क्या चौंकाने वाले खुलासे करते हैं. टेरर फंडिंग से जुड़े होने की जो संभावना एटीएस द्वारा जताई जा रही है उसमें कितने अहम सुराग एटीएस के हाथ लगते हैं.