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फैजान के परिजनों को आश्वसन देने पहुंचे मेयर लाटा ने दिया बेतुका उदाहरण...कहा सैनी जी भी तो चले गए, जबकि उनके साथ पूरी मोदी सरकार थी

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Published : Jun 25, 2019, 4:18 PM IST

विद्याधर नगर में पार्क में गढ्ढे में गिरने से हुए फैजान की मौत के बाद मेयर विष्णु लाटा परिजनों से मिलने पहुंचे. इस दौरान विष्णु लाटा शोकाकुल परिवार को बेमेल उदाहरण देते हुए आश्वासन दने लगे. उन्होंने कहा कि सैनी जी भी तो चले गए, जब कि उनके साथ पूरी सरकार थी, मोदी जी भी थे.

फैजान के परिजनों को आश्वसन देने पहुंचे मेयर लाटा ने दिया बेतुका उदाहरण

जयपुर. विद्याधर नगर इलाके में फैजान की मौत के बाद मंगलवार सुबह मेयर विष्णु लाटा फैजान के परिजनों से मिलने पहुंचे. यहां उन्हें परिजनों के विरोध का सामना भी करना पड़ा. जब विष्णु लाटा ने फैजान के परिजनों को निगम की ओर से एक लाख की आर्थिक सहायता देने की बात कही तो परिजन भड़क गए और उन्होंने कहा कि हम से दो लाख रुपये ले लो और सरकार को बोलो अपना बेटा गडढे में डाल दे. विष्णु लाटा ने जिस पार्क में फैजान की मौत हुई थी उस पार्क का नाम फैजान के नाम से रखने की घोषणा भी की. मेयर विष्णु लाटा ने कहा है कि ठेकेदार के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाएगी.

विदेश दौरे से लौटने के बाद मेयर विष्णु लाटा सबसे पहले घटनास्थल पहुंचे. जहां फैजान की मौत हुई थी. अपने पूरे लवाजमे के साथ मेयर विष्णु लाटा मौके पर पहुंचे थे. पार्क के मेन गेट में ताला लगा होने के कारण विष्णु लाटा अंदर नहीं जा सके. उन्होंने उस गड्ढे को बाहर से ही देखा, जहां फैजान की मौत हुई. उनके साथ गए अधिकारी दीवार फांद कर अंदर गए और घटनास्थल का निरीक्षण किया.

विष्णु लाटा ने कहा कि उनको बैक पेन की प्रॉब्लम है इसलिए दीवार नहीं फांद सकते. मेयर ने इस पार्क को बंद करने के निर्देश देते हुए कहा कि पार्क की जहां-जहां से दिवार छोटी है, उसे बढ़ा दिया जाए ताकि कोई अंदर नहीं जा सके. मेयर विष्णु लाटा ने जोन में जिस पार्क में इस तरह का कार्य कराया जा रहा है. उसे बंद करने के निर्देश भी दिए.

इसके बाद विष्णु लाटा मृतक फैजान के घर भी पहुंचे. उन्होंने परिजनों को हर संभव सहायता और जांच में सहयोग देने की बात कही. उन्होंने कहा इस बात की जांच करा रहे हैं कि यह घटना कैसे हुई और इसमें कौन दोषी है. परिजनों ने कहा कि हमारे बेटे को इंसाफ मिलना ही चाहिए।

फैजान के पिता और मां ने कहा कि आप इतना कर दो कि इस मां का बेटा तो चला गया बाकी मां का बेटा नहीं जाए. फैजान की मां ने शिकायत की कि जब वह पुलिस थाने में गई थी तो किसी ने भी उनकी सुनवाई नहीं की. यदि सुनवाई कर लेते तो फैजान जिंदा होता. पुलिस ने साफ कर दिया कि 24 घंटे पहले कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा. इस पर मेयर ने पुलिस कमिश्नर से बात कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही.

एक लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा से भड़के परिजन
जब मेयर विष्णु लाटा ने फैजान के परिजनों को एक लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की तो परिजन भड़क गए. उन्होंने इस पर एतराज जताया. उन्होंने कहा हमारा बेटा चला गया हमे पैसे की जरूरत नहीं है. फैजान के भाई ने कहा कि मैं सरकार को दो लाख रुपये देता हूं. वह अपना बेटा खड्डे में डाल दे. इसके बाद मेयर ने परिजनों से समझाइश की.

फैजान के परिजनों को आश्वसन देने पहुंचे मेयर लाटा ने दिया बेतुका उदाहरण

मदन जी भी चले गए
जब परिजन भड़क गए तो मेयर विष्णु लाटा ने उनको समझाया कि हम लोग किराए के आदमी हैं, जिसको भगवान बुलाएगा उसे जाना ही होता है. उन्होंने कहा कि मदन जी भी चले गए. मदन लाल सैनी के साथ पूरी सरकार थी मोदी थे फिर भी चले गए. उन्होनें कहा हम आपका सहयोग कर सकते हैं. पूरी कार्रवाई इस मामले में कराएंगे. इसके बाद विष्णु लाटा ने परिजनों से माफी भी मांगी.

पार्क का नाम रखेंगे फैजान के नाम पर
मेयर विष्णु लाटा ने उस पार्क का नाम फैजान के नाम पर रखने की घोषणा की जहां फैजान की मौत हुई लाटा ने कहा कि यदि उस पार्क का नाम पहले से ही रखा हुआ है तो फैजान के घर के सामने स्थित दोनों पार्को का नाम फैजान के नाम पर रखा जाएगा और मंगलवार को होने वाली बैठक में इस पर निर्णय ले लिया जाएगा.

जयपुर. विद्याधर नगर इलाके में फैजान की मौत के बाद मंगलवार सुबह मेयर विष्णु लाटा फैजान के परिजनों से मिलने पहुंचे. यहां उन्हें परिजनों के विरोध का सामना भी करना पड़ा. जब विष्णु लाटा ने फैजान के परिजनों को निगम की ओर से एक लाख की आर्थिक सहायता देने की बात कही तो परिजन भड़क गए और उन्होंने कहा कि हम से दो लाख रुपये ले लो और सरकार को बोलो अपना बेटा गडढे में डाल दे. विष्णु लाटा ने जिस पार्क में फैजान की मौत हुई थी उस पार्क का नाम फैजान के नाम से रखने की घोषणा भी की. मेयर विष्णु लाटा ने कहा है कि ठेकेदार के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाएगी.

विदेश दौरे से लौटने के बाद मेयर विष्णु लाटा सबसे पहले घटनास्थल पहुंचे. जहां फैजान की मौत हुई थी. अपने पूरे लवाजमे के साथ मेयर विष्णु लाटा मौके पर पहुंचे थे. पार्क के मेन गेट में ताला लगा होने के कारण विष्णु लाटा अंदर नहीं जा सके. उन्होंने उस गड्ढे को बाहर से ही देखा, जहां फैजान की मौत हुई. उनके साथ गए अधिकारी दीवार फांद कर अंदर गए और घटनास्थल का निरीक्षण किया.

विष्णु लाटा ने कहा कि उनको बैक पेन की प्रॉब्लम है इसलिए दीवार नहीं फांद सकते. मेयर ने इस पार्क को बंद करने के निर्देश देते हुए कहा कि पार्क की जहां-जहां से दिवार छोटी है, उसे बढ़ा दिया जाए ताकि कोई अंदर नहीं जा सके. मेयर विष्णु लाटा ने जोन में जिस पार्क में इस तरह का कार्य कराया जा रहा है. उसे बंद करने के निर्देश भी दिए.

इसके बाद विष्णु लाटा मृतक फैजान के घर भी पहुंचे. उन्होंने परिजनों को हर संभव सहायता और जांच में सहयोग देने की बात कही. उन्होंने कहा इस बात की जांच करा रहे हैं कि यह घटना कैसे हुई और इसमें कौन दोषी है. परिजनों ने कहा कि हमारे बेटे को इंसाफ मिलना ही चाहिए।

फैजान के पिता और मां ने कहा कि आप इतना कर दो कि इस मां का बेटा तो चला गया बाकी मां का बेटा नहीं जाए. फैजान की मां ने शिकायत की कि जब वह पुलिस थाने में गई थी तो किसी ने भी उनकी सुनवाई नहीं की. यदि सुनवाई कर लेते तो फैजान जिंदा होता. पुलिस ने साफ कर दिया कि 24 घंटे पहले कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा. इस पर मेयर ने पुलिस कमिश्नर से बात कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही.

एक लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा से भड़के परिजन
जब मेयर विष्णु लाटा ने फैजान के परिजनों को एक लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की तो परिजन भड़क गए. उन्होंने इस पर एतराज जताया. उन्होंने कहा हमारा बेटा चला गया हमे पैसे की जरूरत नहीं है. फैजान के भाई ने कहा कि मैं सरकार को दो लाख रुपये देता हूं. वह अपना बेटा खड्डे में डाल दे. इसके बाद मेयर ने परिजनों से समझाइश की.

फैजान के परिजनों को आश्वसन देने पहुंचे मेयर लाटा ने दिया बेतुका उदाहरण

मदन जी भी चले गए
जब परिजन भड़क गए तो मेयर विष्णु लाटा ने उनको समझाया कि हम लोग किराए के आदमी हैं, जिसको भगवान बुलाएगा उसे जाना ही होता है. उन्होंने कहा कि मदन जी भी चले गए. मदन लाल सैनी के साथ पूरी सरकार थी मोदी थे फिर भी चले गए. उन्होनें कहा हम आपका सहयोग कर सकते हैं. पूरी कार्रवाई इस मामले में कराएंगे. इसके बाद विष्णु लाटा ने परिजनों से माफी भी मांगी.

पार्क का नाम रखेंगे फैजान के नाम पर
मेयर विष्णु लाटा ने उस पार्क का नाम फैजान के नाम पर रखने की घोषणा की जहां फैजान की मौत हुई लाटा ने कहा कि यदि उस पार्क का नाम पहले से ही रखा हुआ है तो फैजान के घर के सामने स्थित दोनों पार्को का नाम फैजान के नाम पर रखा जाएगा और मंगलवार को होने वाली बैठक में इस पर निर्णय ले लिया जाएगा.

Intro:जयपुर। विद्याधर नगर इलाके में फैजान की मौत के बाद मंगलवार सुबह जयपुर के मेयर विष्णु लाटा फैजान परिजनों से मिलने पहुंचे यहां उन्हें परिजनों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। जब विष्णु लाटा ने फैजान के परिजनों को निगम की ओर से एक लाख की आर्थिक सहायता देने की बात कही तो परिजन भड़क गए और उन्होंने कहा कि हम से दो लाख रुपये ले लो और सरकार को बोलो अपना बेटा गडढे में डाल दे। विष्णु लाटा ने जिस पार्क में फैजान की मौत हुई थी उस पार्क का नाम फैजान के नाम से रखने की भी घोषणा की।मेयर विष्णु लाटा ने कहा है कि ठेकेदार के खिलाफ भी एफ आई आर दर्ज की जाएगी।


Body:विदेश दौरे से लौटने के बाद मेयर विष्णु लाटा सबसे पहले घटनास्थल पहुंचे, जहां फैजान की मौत हुई थी। अपने पूरे लवाजमे के साथ मेयर विष्णु लाटा मौके पर पहुंचे थे। पार्क के मेन गेट में ताला लगा होने के कारण विष्णु लाटा अंदर नही जा सके। उन्होंने उस गड्ढे को बाहर से ही देखा, जहां फैजान की मौत हुई। उनके साथ गए अधिकारी दीवार फांद कर अंदर गए और घटनास्थल का निरीक्षण किया। विष्णु लाटा ने कहा कि उनको बैक पेन की प्रॉब्लम है इसलिए दीवार नहीं फांद सकते। मेयर ने इस पार्क को बंद करने के निर्देश देते हुए कहा कि पार्क की जहां जहां से दिवार छोटी है उसे बढ़ा दिया जाए ताकि कोई अंदर नहीं जा सके। मेयर विष्णु लाटा ने जोन में जिस पार्क में इस तरह का कार्य कराया जा रहा है उसे बंद करने के निर्देश भी दिए। इसके
विष्णु लाटा मृतक फैजान के घर भी पहुंचे उन्होंने परिजनों को हर संभव सहायता और जांच में सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा इस बात की जांच करा रहे हैं कि यह घटना कैसे हुई और इसमें कौन दोषी है। परिजनों ने कहा कि हमारे बेटे को इंसाफ मिलना ही चाहिए।


Conclusion:फैजान के पिता और मां ने कहा कि आप इतना कर दो कि इस मां का बेटा तो चला गया बाकी मां का बेटा नहीं जाए। फैजान की मां ने शिकायत की कि जब वह पुलिस थाने में गई थी तो किसी ने भी उनकी सुनवाई नहीं की। यदि सुनवाई कर लेते तो फैजान जिंदा होता पुलिस ने साफ कर दिया कि 24 घंटे पहले कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा। इस पर मेयर ने पुलिस कमिश्नर से बात कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।

एक लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा से भड़के परिजन-
जब मेयर विष्णु लाटा ने फैजान के परिजनों को एक लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की तो परिजन भड़क गए उन्होंने इस पर एतराज जताया। उन्होंने कहा हमारा बेटा चला गया हमे पैसे की जरूरत नहीं है। फैजान के भाई ने कहा कि मैं सरकार को दो लाख रुपये देता हूं वह अपना बेटा खड्डे में डाल दे। इसके बाद मेयर ने परिजनों से समझाइश की।

मदन जी भी चले गए-
जब परिजन भड़क गई तो मेयर विष्णु लाटा ने उनको समझाया कि हम लोग किराए के आदमी हैं जिसको भवन बुलाएगा उसे जाना ही होता है। उन्होंने कहा कि मदन जी भी चले गए। मदन लाल सैनी के साथ पूरी सरकार थी मोदी थे फिर भी चले गए। उन्होनें कहा हम आपका सहयोग कर सकते हैं पूरी कार्रवाई इस मामले में कराएंगे इसके बाद विष्णु लाटा ने परिजनों से माफी भी मांगी।
पार्क का नाम रखेंगे फैजान के नाम पर-
मेयर विष्णु लाटा ने उस पार्क का नाम फैजान के नाम पर रखने की घोषणा की जहां फैजान की मौत हुई लाटा ने कहा कि यदि उस पार्क का नाम पहले से ही रखा हुआ है तो फैजान के घर के सामने स्थित दोनों पार्को का नाम फैजान के नाम पर रखा जाएगा और मंगलवार को होने वाली बैठक में इस पर निर्णय ले लिया जाएगा।


बाईट मेयर विष्णु लाटा
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