शक्ति केंद्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए जहां बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे कथित शीत युद्ध को लेकर चुटकी ली तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मौजूदा गहलोत सरकार के 2 माह के कार्यकाल के दौरान ही 15 छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार जैसी घिनौनी हरकत होने की बात कहकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने गहलोत सरकार का नाम लेते हुए कहा कि 'पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं' और प्रदेश सरकार के पांव भी दिख गए हैं कि प्रदेश में आगे क्या होगा. शाह के अनुसार प्रदेश में सरकार बदलते ही यूरिया की किल्लत कैसे हुई और किसानों को किसने परेशान किया ये भी एक बड़ा सवाल है. शाह ने कहा पिछली वसुंधरा राजे सरकार के दौरान कभी किसान को यूरिया के लिए इस तरह परेशान नहीं होना पड़ा लेकिन जैसे ही सरकार बदली तो मौजूदा गहलोत सरकार ने ऐसा माहौल बनाया कि यूरिया की किल्लत है ताकि उसका सियासी फायदा लिया जा सके.
शाह के अनुसार प्रदेश में डिप्टी सीएम तो मुख्यमंत्री बनना चाहता है और मुख्यमंत्री है जो अपनी गद्दी बचाने में जुटे हैं. शाह के अनुसार सीएम और डिप्टी सीएम अपने आपसी झगड़े में मस्त है लेकिन इस झगड़े से जनता पस्त है. शाह इस दौरान प्रदेश में हो रहे आंदोलनों के पीछे भी गहलोत और पायलट के बीच चल रहे हैं शीत युद्ध को बड़ा कारण करार दिया और कहा कि मुख्यमंत्री को परेशान करने के लिए उनके ही पार्टी की विरोधी नित नए आंदोलन खड़े करने में लगे हैं.
वहीं शक्ति केंद्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मौजूदा गहलोत सरकार पर खूब बरसी. वसुंधरा राजे ने आरोप लगाया कि मौजूदा गहलोत सरकार के 2 महीने के कार्यकाल में ही प्रदेश में 15 छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार जैसे घिनौने कृत्य हुए हैं. वहीं इस कार्यकाल के दौरान 15 किसानों ने विभिन्न कारणों से अपनी जान दी और वह मौत के मुंह में चले गए.
राजे के अनुसार भाजपा पिछला विधानसभा चुनाव जरूर हारी है लेकिन कांग्रेस को भी आसानी से जीत हासिल नहीं होने दी है. राज्य के अनुसार भाजपा का कार्यकर्ता फील्ड में जाकर इस बात को गिना सकता है कि उसकी पिछली सरकार में क्या क्या विकास के कार्य हुए हैं. इस दौरान वसुंधरा राजे ने मंच पर मौजूद अमित शाह को विश्वास दिलाया कि पार्टी प्रदेश में कार्यकर्ताओं के बलबूते फिर से 25 सीटों पर भाजपा का कमल खिलाएंगे और उसके लिए पार्टी का हर नेता और कार्यकर्ता जी जान से जुटेगा.