जयपुर. लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में मची उथल-पुथल के बाद अब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एक्टिव मोड में आ गई है. लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंकने के बाद भी देशभर में मिली बड़ी हार की वजह तलाशने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. किस किस प्रदेश में हार के कारण क्या रहे, यह जानने के लिए देश भर में सभी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षओं से रिपोर्ट तलब की गई है. पार्टी के आला नेताओं की माने तो पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को देशभर में 30 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों को चिट्ठी लिखकर ब्लॉक और विधानसभा हार के कारणों का विश्लेषण कर 7 दिन में रिपोर्ट दिल्ली भेजने के निर्देश दिए हैं.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को भी चिट्ठी भेज दी गई है. जानकारों की मानें तो लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद 2 सप्ताह से आत्म निरीक्षण में जुटी आईसीसी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश के बाद अब प्रदेश अध्यक्षों से हार के कारणों की रिपोर्ट तलब की है कि लोकसभा चुनाव में प्रचार और चुनाव प्रबंधन में ऐसी क्या कमी रह गई कि कांग्रेस चुनाव में बुरी तरह हार मिली. प्रदेश अध्यक्षों की रिपोर्ट को कांग्रेस की ग्राउंड रिपोर्ट के साथ किया जाएगा.
मिलान रिपोर्ट के बाद होंगे कांग्रेस में आमूलचूल परिवर्तन
जानकारों की माने तो 7 दिन में सभी प्रदेश अध्यक्षों से रिपोर्ट मिलने के बाद आईसीसी अपने स्तर पर भी ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करवाएगी. इसके बाद यह रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को भेजी जाएगी. माना जा रहा है कि हार के कारणों की रिपोर्ट मिलने के बाद संगठन में बड़े बदलाव हो सकते हैं. वहीं दूसरी और संगठन मंत्री केसी वेणुगोपाल की चिट्ठी मिलने से पहले ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश की सभी 25 सीटों पर मिली करारी हार के कारणों की पड़ताल करना शुरू कर दिया है. पायलट ने सभी विधानसभा क्षेत्रों से बूथ वाइज जातिगत आंकड़े मांगे हैं, आंकड़े आने के बाद पीसीसी इसका विश्लेषण कर पता लगाएगी की आखिर ऐसा क्या हुआ कि 5 महीने में ही लोगों का कांग्रेस से मोहभंग हो गया है.