केशवरायपाटन (बूंदी). कोटा लाखेरी रेलवे स्टेशन के बीच घाट का बराना के पास एक अज्ञात युवक का शव 6 घंटे तक पटरियों के पास पड़ा रहा, लेकिन शव को लेकर ना तो स्थानीय पुलिस गंभीर दिखी और ना ही जीआरपी. घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची लाखेरी आरपीएफ ने शव को पटरियों से दूर किया.
दरअसल शुक्रवार को एक युवक के अज्ञात ट्रेन से गिरने की सूचना पर लाखेरी से आरपीएफ थाना प्रभारी कालीचरण शर्मा मौके पर पहुंचे तो युवक पटरियों के पास पड़ा मिला. वहीं आरपीएफ ने शव को पटरियों से दूर किया और बाधित रेलवे यातायात को बहाल किया.
बाद में इस मामले की सूचना कंट्रोल रूम को दी. इसके बावजूद जिम्मेदार 6 घण्टे तक मौके पर नहीं पहुंचे. अलबत्ता घटना की जानकारी मिलते ही देहीखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन मामला जीआरपी का बताकर मौके से रवाना हो गई. इसके बाद कोटा से जीआरपी के हैड कांस्टेबल सुदर्शन मौके पर पहुंचे. तबतक शव पटरियों के बीच ही पड़ा रहा.
कोटा जीआरपी के मौके पर पहुंचने पर लाखेरी आरपीएफ ने शव जीआरपी को दिया और मौके से रवाना हुई. कोटा जीआरपी ने शव को 6 घंटे बाद कब्जे में लिया. फिलहाल शव की शिनाखत नहीं हो पाई है. दरअसल शव को लेकर स्थानीय पुलिस और जीआरपी के बीच सीमा को लेकर विवाद नजर आया. जिसके चलते शव मौके पर ही पड़ा रहा.
बहरहाल जीआरपी ने शव को अपने कब्जे में लिया है. वहीं कोटा से जीआरपी जीप से पहुंची, लेकिन शव को ट्रेन से कोटा ले जाने की जुगत लगाती रही. बाद में शव को काफी देर बाद ट्रेन से कोटा पहुंचाया गया.
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वहीं आरपीएफ प्रभारी लाखेरी कालीचरण शर्मा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर पौने तीन बजे युवक के ट्रेन से गिरने की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंचकर शव को पटरियों से हटाया. बाद में कंट्रोल रूम को सूचना दी. देर रात साढ़े नौ बजे कोटा से पहुंची जीआरपी को शव सुपुर्द किया है. इस बीच देहीखेडा पुलिस भी आई थी. फिलहाल मामला कोटा जीआरपी के अधीन है.