बूंदी. जिले में एक महिला निजी चिकित्सक को दिखा कर लौट रही थी, तभी उसकी बस में तबीयत बिगड़ गई. वहीं महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक ने उसे गलत दवाई दी. जिसके कारण महिला की मौत हुई है. परिजनों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर 10 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है.
जानकारी के अनुसार हिंडोली थाना इलाके के मारवाड़ा का झोपड़िया निवासी रतनी बाई बूंदी में एक निजी चिकित्सक को दिखाने के लिए आई थी. परिजनों का कहना है कि तब वह पूरी तरह स्वस्थ थी. परिजनों ने महिला को चिकित्सक द्वारा बताई गई दवा को खिलाया. जिसके बाद महिला बूंदी बस स्टैंड से बस में रवाना हो गई. महिला तालाब गांव तक पहुंची जहां से महिला की तबीयत खराब होने लगी और मुंह से झाग आने लगें. महिला की तबीयत खराब होने की सूचना पर बस को रुकवाया गया. महिला को 108 एंबुलेंस के माध्यम से बूंदी अस्पताल लाया गया, जहां पर महिला की मौत हो गई.
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वहीं महिला के साथ उसका 40 दिन का बच्चा भी था. हालांकि, वो बच्चा सुरक्षित है. सूचना मिलने पर हिंडोली पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली. जहां पर परिजनों ने चिकित्सक द्वारा गलत दवा खिलाने को लेकर मौत का आरोप लगाया है. परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया. परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक पर कार्रवाई हो. साथ ही परिजनों को 10 लाख का मुआवजा मिले. तभी परिजन पोस्टमार्टम करवाएंगे.
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मौत की सूचना पर ग्रामीण एकत्रित हो गए और जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने लगे. महिला के परिजनों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है और कार्रवाई की मांग की है. ज्ञापन में कहा गया है कि चिकित्सक पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो. साथ ही परिजनों को 10 लाख का मुआवजा मिले. उसके बाद ही वे शव का पोस्टमार्टम करवाएंगे. पुलिस मृतका के परिजनों की लगातार समझाइश करने का प्रयास कर रही है लेकिन परिजन मानने को तैयार नहीं है .