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विद्यार्थी मित्र और पंचायत सहायकों ने अर्धनग्न होकर किया विरोध प्रदर्शन - बूंदी

बूंदी में कलेक्ट्रेट के बाहर राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ के सदस्यों ने जमकर विरोध किया है. अर्धनग्न होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे विद्यार्थी मित्रों ने कार्यकाल बढ़ाने की मांग की है.

vidyarthi mitra and panchayat sahayak protest
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Published : Aug 2, 2019, 7:20 PM IST

बूंदी. पिछले 11 दिनों से राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ का बूंदी में विरोध जारी है. 12वें दिन उन्होंने कलेक्ट्रेट के बाहर अर्धनग्न होकर विरोध दर्ज कराया है. इस दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर सड़क पर करीब आधे घंटे तक जाम लगा रहा.

विद्यार्थी मित्र और पंचायत सहायकों ने अर्धनग्न होकर किया विरोध

दरअसल, वसुंधरा सरकार ने अपने कार्यकाल में पंचायत सहायकों की नियुक्ति की थी. संविदा कर्मचारियों की तर्ज पर वेतन भत्ता देने की योजना शुरू की थी. प्रदेश में सरकार बदल जाने के बाद मई 2019 में पंचायत सहायकों का कार्यकाल पूरा हो चुका है. जिसके बाद उनका कार्यकाल दोबारा नहीं बढ़ाया गया है. जिसको लेकर बूंदी में राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत संघ की ओर से कार्यकाल वृद्धि और मानदेय बढ़ोतरी के लिए जिला स्तर पर अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है. शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर 12 वें दिन भी यह प्रदर्शन जारी रहा. पंचायत सहायकों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर सड़क जामकर अर्धनग्न होकर विरोध दर्ज कराया है. इस दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर करीब आधे घंटे सड़क पर जाम लग गया. सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई.

यह भी पढ़ें: कॉलेज व्याख्याता पर छात्रा पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप के बाद हंगामा

राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत संघ के जिला अध्यक्ष मनोज खटीक ने बताया कि राज्य सरकार की वादाखिलाफी से 27 हजार पंचायत सहायकों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है. सरकार द्वारा पंचायत सहायकों का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया है. उनका कार्यकाल 20 मई से 22 मई 2019 के बाद बढ़ाने की कोई जानकारी नहीं दी है. जिससे पंचायत सहायक से जुड़े लोगों पर बेरोजगारी का संकट मंडराने लगा है. जिला अध्यक्ष ने राज्य सरकार को इस पर चेतावनी देते हुए कहा कि अब सरकार से यह लड़ाई आत्मसम्मान की है और लड़ाई आर पार की होगी.

कर्मचारियों ने साफ-साफ से कहा है कि विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक ने सरकार के साथ हाथ मिलाकर कार्य किया है. कांग्रेस सरकार ने काफी वादे किए थे लेकिन वह पूरे नहीं हो पाए हैं. ऐसे में हम आने वाले दिनों में सरकार को उखाड़ फेंक देंगे जैसी चेतावनी कर्मचारियों ने दी है. कार्यकाल नहीं बढ़ाने से हजारों की तादाद में पंचायत सहायक बेरोजगार हो गए. उन्होंने सरकार से भी इस मामले में वार्ता की, लेकिन सरकार द्वारा कार्यकाल बढ़ाने की कोई जानकारी कर्मचारी को नहीं दी. ऐसा में वे आक्रोशित हो गए.

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पंचायत सहायकों के आंदोलन को विद्यार्थी मित्रों का भी समर्थन मिला और उन्हें उनकी भी लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग की जा रही है. जहां दोनों संघों के बैनर तले सरकार खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. अपनी मांगों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में विद्यार्थी मित्र व पंचायत सहायक है. सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. साथ में बजट में किसी तरह की की घोषणा नहीं होने जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं.

बूंदी. पिछले 11 दिनों से राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ का बूंदी में विरोध जारी है. 12वें दिन उन्होंने कलेक्ट्रेट के बाहर अर्धनग्न होकर विरोध दर्ज कराया है. इस दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर सड़क पर करीब आधे घंटे तक जाम लगा रहा.

विद्यार्थी मित्र और पंचायत सहायकों ने अर्धनग्न होकर किया विरोध

दरअसल, वसुंधरा सरकार ने अपने कार्यकाल में पंचायत सहायकों की नियुक्ति की थी. संविदा कर्मचारियों की तर्ज पर वेतन भत्ता देने की योजना शुरू की थी. प्रदेश में सरकार बदल जाने के बाद मई 2019 में पंचायत सहायकों का कार्यकाल पूरा हो चुका है. जिसके बाद उनका कार्यकाल दोबारा नहीं बढ़ाया गया है. जिसको लेकर बूंदी में राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत संघ की ओर से कार्यकाल वृद्धि और मानदेय बढ़ोतरी के लिए जिला स्तर पर अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है. शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर 12 वें दिन भी यह प्रदर्शन जारी रहा. पंचायत सहायकों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर सड़क जामकर अर्धनग्न होकर विरोध दर्ज कराया है. इस दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर करीब आधे घंटे सड़क पर जाम लग गया. सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई.

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राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत संघ के जिला अध्यक्ष मनोज खटीक ने बताया कि राज्य सरकार की वादाखिलाफी से 27 हजार पंचायत सहायकों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है. सरकार द्वारा पंचायत सहायकों का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया है. उनका कार्यकाल 20 मई से 22 मई 2019 के बाद बढ़ाने की कोई जानकारी नहीं दी है. जिससे पंचायत सहायक से जुड़े लोगों पर बेरोजगारी का संकट मंडराने लगा है. जिला अध्यक्ष ने राज्य सरकार को इस पर चेतावनी देते हुए कहा कि अब सरकार से यह लड़ाई आत्मसम्मान की है और लड़ाई आर पार की होगी.

कर्मचारियों ने साफ-साफ से कहा है कि विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक ने सरकार के साथ हाथ मिलाकर कार्य किया है. कांग्रेस सरकार ने काफी वादे किए थे लेकिन वह पूरे नहीं हो पाए हैं. ऐसे में हम आने वाले दिनों में सरकार को उखाड़ फेंक देंगे जैसी चेतावनी कर्मचारियों ने दी है. कार्यकाल नहीं बढ़ाने से हजारों की तादाद में पंचायत सहायक बेरोजगार हो गए. उन्होंने सरकार से भी इस मामले में वार्ता की, लेकिन सरकार द्वारा कार्यकाल बढ़ाने की कोई जानकारी कर्मचारी को नहीं दी. ऐसा में वे आक्रोशित हो गए.

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पंचायत सहायकों के आंदोलन को विद्यार्थी मित्रों का भी समर्थन मिला और उन्हें उनकी भी लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग की जा रही है. जहां दोनों संघों के बैनर तले सरकार खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. अपनी मांगों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में विद्यार्थी मित्र व पंचायत सहायक है. सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. साथ में बजट में किसी तरह की की घोषणा नहीं होने जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं.

Intro:वसुंधरा सरकार ने अपने कार्यकाल में पंचायत सहायकों की नियुक्ति की थी और संविदा कर्मचारियों की तर्ज पर वेतन भत्ता देने की योजना शुरू की थी । ऐसे में सरकार बदल जाने के बाद 20 मई से 22 मई 2019 में पंचायत सहायकों का कार्यकाल पूरा हो गया था । ऐसा में गहलोत सरकार ने इस योजना से जुड़े पंचायत सहायकों का कार्यकाल दोबारा नहीं बढ़ाया ।


Body:बूंदी में राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत संघ द्वारा कार्यकाल वृद्धि और मानदेय बढ़ोतरी के लिए जिला स्तर पर अनिश्चितकालीन धरना शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर 12 वें दिन भी जारी रहा है । 12 वें दिन प्रदर्शन उग्र करते हुए पंचायत सहायकों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर सड़क जामकर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया करीब आधा घंटे जाम कर प्रदर्शन किया तो दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी । जिला अध्यक्ष मनोज खटीक ने बताया कि राज्य सरकार की वादाखिलाफी से 27,000 पंचायत सहायकों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है । सरकार द्वारा पंचायत सहायकों का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया है उनकी कार्यकाल 20 मई से 22 मई 2019 के बाद बढ़ाने की कोई जानकारी नहीं दी है और जिससे पंचायत सहायक से जुड़े लोगों पर बेरोजगारी का संकट मंडराने लगा है। जिला अध्यक्ष ने राज्य सरकार को इस पर चेतावनी देते हुए कहा कि अब सरकार से यह लड़ाई आत्मसम्मान की है और लड़ाई आर पार की होगी। कर्मचारियों ने साफ-साफ से कहा है कि विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक ने सरकार के साथ हाथ मिलाकर कार्य किया है । कांग्रेस सरकार ने काफी वादे किए थे लेकिन वह पूरे नहीं हो पाए हैं ऐसे में हम आने वाले दिनों में सरकार को उखाड़ फेंक देंगे जैसी चेतावनी कर्मचारियों ने दी है ।


Conclusion:कार्यकाल नही बढ़ाने से हजारों की तादाद में पंचायत सहायक बेरोजगार हो गए । उन्होंने सरकार से भी इस मामले में वार्ता की लेकिन सरकार द्वारा कार्यकाल बढ़ाने की कोई जानकारी कर्मचारी को नहीं दी । ऐसा मैं वह आक्रोश हो गए पंचायत सहायकों के आंदोलन को विद्यार्थी मित्रों का भी समर्थन मिला और उन्हें उनकी भी लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग की जा रही है । जहां दोनों संघों के बैनर तले सरकार खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और अपनी मांगों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में विद्यार्थी मित्र व पंचायत सहायक है और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं साथ में बजट में किसी तरह की की घोषणा नहीं होने जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं ।

बाईट - वीरेंद्र सिंह , प्रदर्शनकारी ,पंचायत सहायक
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