ETV Bharat / state

बूंदी में भी आदिवासी समाज का प्रदर्शन, शिक्षक भर्ती को ST कोटे से भरने की मांग - Dungarpur protest

राजस्थान शिक्षक भर्ती- 2018 में अनारक्षित 1,167 पदों में ST वर्ग के आरक्षण को लेकर पिछले काफी दिनों से आंदोलन किया जा रहा है. इस मामले में बूंदी में भी आदिवासी समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया. इसके साथ ही समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है. इस ज्ञापन में आदिवासी समाज के लोगों ने 5 सूत्रीय मांगों का जिक्र किया.

rajasthan news, बूंदी न्यूज
आदिवासी समाज कर रहा बूंदी में प्रदर्शन
author img

By

Published : Sep 28, 2020, 5:29 PM IST

बूंदी. राजस्थान के डूंगरपुर में हुए आदिवासी अभ्यार्थियों के आंदोलन के मामले में बूंदी में भी आदिवासी समाज से जुड़े लोगों ने प्रदर्शन किया. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने ज्ञापन में पांच सूत्रीय मांग का जिक्र करते हुए कहा है कि आदिवासी अभ्यार्थियों को 1,167 रिक्त पदों पर भर्ती की मांग को तुरंत प्रभाव से पूर्ण किया जाए और इस भर्ती प्रक्रिया में जो भी संवैधानिक और कानूनी संकट है उसको पूरा किया जाए.

आदिवासी समाज कर रहा बूंदी में प्रदर्शन

उन्होंने ज्ञापन में लिखा है कि टीएसपी क्षेत्र में जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण की व्यवस्था की जाए. दूसरा आदिवासी आंदोलनकारियों पर हुए गोलीकांड की एक रिटायर्ड जज के नेतृत्व में न्यायिक आयोग बनाकर जांच की जाए, जिसमें आदिवासी प्रतिनिधि भी शामिल हो.

इसके साथ ही उन्होंने ज्ञापन में मांग की है कि आदिवासी आंदोलनकारी पुलिस गोलीबारी में शहीद हुए हैं. उनको मुआवजा राशि के तौर पर एक करोड़ देने के साथ सरकारी नौकरी भी दी जाए. आंदोलनकारियों ने ज्ञापन में आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने आंदोलनकारियों पर गोलीबारी कर उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे लगाए हैं निर्दोष लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

आदिवासी समाज के लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करती है तो और सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षक 2018 की गाइडलाइंस के अनुसार पालना नहीं करती है तो आदिवासी समाज और उग्र आंदोलन करेगा. ये आंदोलन डूंगरपुर में नहीं पूरे राजस्थान में करने की चेतावनी समाज की ओर से दी गई है.

पढ़ें- बूंदी: बारिश ने खेत में खड़ी फसलों को किया बर्बाद, किसानों ने मुआवजे की मांग की

बता दें कि डूंगरपुर जिले के खेरवाड़ा तहसील के कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर अनुसूचित जनजाति वर्ग के 1,167 अभ्यार्थी तृतीय श्रेणी शिक्षक 2018 में अनु पालना कराने को लेकर आंदोलन कर रहे थे. तभी आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया और इसमें 2 लोगों की मौत भी हो गई. वहीं पुलिस ने 24 लोगों के खिलाफ इस मामले में प्रकरण भी दर्ज किया है.

3 हजार से ज्यादा उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज, 34 हिरासत में

चार दिनों से जिले में चल रहे उपद्रव को लेकर डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा और सदर थाने में करीब 9 मामले दर्ज किए गए है. इस मामले में पुलिस ने करीब 200 लोगो को नामजद किया है. वहीं करीब 3 हजार लोगों के खिलाफ उपद्रव फैलाने, पथराव, आगजनी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है.

बूंदी. राजस्थान के डूंगरपुर में हुए आदिवासी अभ्यार्थियों के आंदोलन के मामले में बूंदी में भी आदिवासी समाज से जुड़े लोगों ने प्रदर्शन किया. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने ज्ञापन में पांच सूत्रीय मांग का जिक्र करते हुए कहा है कि आदिवासी अभ्यार्थियों को 1,167 रिक्त पदों पर भर्ती की मांग को तुरंत प्रभाव से पूर्ण किया जाए और इस भर्ती प्रक्रिया में जो भी संवैधानिक और कानूनी संकट है उसको पूरा किया जाए.

आदिवासी समाज कर रहा बूंदी में प्रदर्शन

उन्होंने ज्ञापन में लिखा है कि टीएसपी क्षेत्र में जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण की व्यवस्था की जाए. दूसरा आदिवासी आंदोलनकारियों पर हुए गोलीकांड की एक रिटायर्ड जज के नेतृत्व में न्यायिक आयोग बनाकर जांच की जाए, जिसमें आदिवासी प्रतिनिधि भी शामिल हो.

इसके साथ ही उन्होंने ज्ञापन में मांग की है कि आदिवासी आंदोलनकारी पुलिस गोलीबारी में शहीद हुए हैं. उनको मुआवजा राशि के तौर पर एक करोड़ देने के साथ सरकारी नौकरी भी दी जाए. आंदोलनकारियों ने ज्ञापन में आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने आंदोलनकारियों पर गोलीबारी कर उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे लगाए हैं निर्दोष लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

आदिवासी समाज के लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करती है तो और सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षक 2018 की गाइडलाइंस के अनुसार पालना नहीं करती है तो आदिवासी समाज और उग्र आंदोलन करेगा. ये आंदोलन डूंगरपुर में नहीं पूरे राजस्थान में करने की चेतावनी समाज की ओर से दी गई है.

पढ़ें- बूंदी: बारिश ने खेत में खड़ी फसलों को किया बर्बाद, किसानों ने मुआवजे की मांग की

बता दें कि डूंगरपुर जिले के खेरवाड़ा तहसील के कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर अनुसूचित जनजाति वर्ग के 1,167 अभ्यार्थी तृतीय श्रेणी शिक्षक 2018 में अनु पालना कराने को लेकर आंदोलन कर रहे थे. तभी आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया और इसमें 2 लोगों की मौत भी हो गई. वहीं पुलिस ने 24 लोगों के खिलाफ इस मामले में प्रकरण भी दर्ज किया है.

3 हजार से ज्यादा उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज, 34 हिरासत में

चार दिनों से जिले में चल रहे उपद्रव को लेकर डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा और सदर थाने में करीब 9 मामले दर्ज किए गए है. इस मामले में पुलिस ने करीब 200 लोगो को नामजद किया है. वहीं करीब 3 हजार लोगों के खिलाफ उपद्रव फैलाने, पथराव, आगजनी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.