बूंदी. जिला अस्पताल के अस्थि रोग विभाग ने हड्डी रोग के उपचार की दिशा में नया कीर्तिमान स्थापित किया है. अस्थि रोग विभाग के विभागीय अध्यक्ष डॉ. धनराज मधुर ने अपनी टीम के साथ 1 साल से कुल्हे की हड्डी का ऑपरेशन कर एक मरीज को सफलतापूर्वक चलने लायक बना दिया है. वहीं, मरीज को आईसीयू वार्ड में रखा गया है और एक सप्ताह बाद छुट्टी दे दी जाएगी.
जानकारी के अनुसार नैनवा के गुरजानिया गांव निवासी हरजी लाल का एक्सीडेंट हो गया था और इस एक्सीडेंट में उसके कुल्हे की हड्डी टूट गई थी. ऐसे में परिवार ने 1 साल तक उसे बेड रेस्ट पर ही रखा, जब मामला बूंदी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास पहुंचा तो उन्होंने ऑपरेशन करने की ठानी और चिकित्सीय दल ने बूंदी के ऑपरेशन थिएटर में डॉ. धनराज मधुर, डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. योगेश शर्मा, सहायक अशोक परीकार, मुकेश सेन, ताहिर हुसैन के साथ ऑपरेशन शुरू किया और सफलतापूर्वक ऑपरेशन को संपन्न भी कर लिया.
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डॉ. धनराज मधुर ने बताया कि ऑपरेशन के बाद करीब 1 सप्ताह में मरीज अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगा. इसी प्रकार की शल्य चिकित्सा अब तक केवल मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय पर ही उपलब्ध होती थी. अब जिला अस्पताल के चिकित्सकों की योग्यता और चिकित्सालय प्रशासन विशेषज्ञ डॉ. केसी मीणा के स्वरूप यह असाधारण शल्य चिकित्सा सफलतापूर्वक हो रही है.
डॉ. मधुर ने बताया कि आयुष्मान भारत, महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना, भामाशाह योजना के तहत इस रोगी का ऑपरेशन निशुल्क हो सका है. निजी चिकित्सालय में इस प्रकार की सर्जरी करीब एक से डेढ़ लाख रुपए में की जाती है, जबकि बूंदी अस्पताल में इन योजनाओं के तहत मरीजों को दूसरी बार इस हड्डी प्रत्यारोपण में चिकित्सकों ने राहत दी है.
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बता दें कि इससे पहले भी बूंदी के अस्पताल में 7 दिन पहले टूटी हुई हड्डी का टोटल हिप रिप्लेस्मेंट किया गया था, वह मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य है. लेकिन इस बार बूंदी के चिकित्सकों ने 1 साल पहले टूटी हुई हड्डी का टोटल हिप रिप्लेस्मेंट कर अपने आप में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है.