बूंदी. जिले में मानसून की दस्तक देने के साथ ही नगर परिषद ने शहर के बड़े-बड़े नालों की सफाई करवाने का काम शुरू कर दिया है. यहां शहर के सबसे बड़े जैतसागर नाले की सफाई का काम बूंदी नगर परिषद ने शुरू कर दिया है. नाले पर आधा दर्जन जेसीबी के माध्यम से युद्ध स्तर पर नाले की सफाई करवाई जा रही है और नाले में फंसा हुआ कचरा बाहर निकाला जा रहा है.
जिससे नाला बाढ़ के समय पानी योग्य हो सके. इस नाले की पूरी सफाई करने में 1 सप्ताह लग जाएगा और इस दौरान नगर परिषद हजारों टन कचरा इस नाले से निकाल देगा. क्योंकि नाला का अधिकतर हिस्सा शहर से होते हुए गुजरता है. ऐसे में लोग इसी नाले में कचरा फेंकते हुए हैं. ऐसे में बूंदी नगर परिषद का दावा है कि हर वर्ष इस नाले की वजह से जो बाढ़ के हालात होते थे, वह इस बार नहीं होंगे.
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हर वर्ष बूंदी के जैतसागर नाले में उफान आने के चलते शहर के बहादुर सिंह सर्किल, महावीर कॉलोनी और पुलिस लाइन रोड की कॉलोनियां जलमग्न हो जाती थी और लोग पानी में रहने को मजबूर हो जाते थे. इस नाले में अतिक्रमण और समय पर साफ-सफाई नहीं होने के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. लेकिन बूंदी नगर परिषद ने मानसून से पहले ही युद्ध स्तर पर नाले की सफाई करवाने का काम शुरू कर दिया है. वहीं नैनवा रोड नाले सहित शहर के अन्य नालो की भी युद्ध स्तर पर सफाई करवाई जा रही है.
सभापति महावीर मोदी ने कहा कि इस बार शहर की जनता को कोई परेशानी नहीं आने देंगे. इसके लिए कोटा से बड़ी जेसीबी मंगवाई गई है और नाले में उन जेसीबी को उतारा जा रहा है. नाले को गहरा कर पानी की क्षमता के अनुसार नाली को बनाया जा रहा है. आने वाले बारिश के समय पर नाले से पानी बाहर नहीं निकलेगा.
लेकिन अब सवाल खड़ा होता है कि नगर परिषद हर वर्ष बड़े-बड़े दावे करता तो है लेकिन बारिश के दिनों में नगर परिषद की साफ-सफाई की व्यवस्थाओं की सारी पोल खुल जाती है और शहर की सड़कों पर पानी देखने को मिलता है. ऐसे में इस दावे के बाद इस वर्ष क्या होगा यह देखना होगा.