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गरीबों के लिए मसीहा बनी बूंदी की रजिया खातून, अपनी तनख्वाह से बांट रही राशन - Covid-19

बूंदी में लॉकडाउन की वजह से गरीबों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. ऐसे में बूंदी की एक व्याख्याता अपनी तनख्वाह से प्रतिदन जरूरतमंदों को राशन मुहैया करा रही हैं. इनकी पहल से कई लोग प्रेरित होकर मदद के लिए आगे आ रहे हैें.

बूंदी में लॉकडाउन lecturer of Bundi is providing ration
व्याख्यता तनख्वाह से बांट रही राशन
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Published : Apr 9, 2020, 2:56 PM IST

बूंदी. कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन जारी है. इस लॉकडाउन के बीच बूंदी की एक व्याख्याता की सराहनीय पहल सामने आई है. जिले के हायर सेकेंडरी स्कूल में उर्दू की व्याख्याता रजिया खातून ने अपनी 1 महीने की तनख्वाह को गरीबों के राशन के लिए लगा दिया है. साथ ही रजिया रोज गरीब परिवारों के घरों को चिन्हित कर अपनी टीम के साथ उनके घरों में पहुंचती हैं और राशन मुहैया कराती हैं. रजिया के इस पहल से प्रेरित होकर कई शहरवासी भी मदद को आगे आ रहे हैं.

व्याख्यता तनख्वाह से बांट रही राशन

वहीं सरकार और समाजिक संस्थाएं अपने स्तर पर गरीब मजदूरों को राहत पहुंचाने का काम कर रही है. ईटीवी भारत भी लगातार इन सामाजिक संस्थाओं की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित भी कर रहा है. बूंदी निवासी रजिया खातून बूंदी शहर के हायर सेकेंडरी स्कूल में उर्दू की व्याख्याता है. जब से लॉकडाउन हुआ है, तब से रजिया खातून ने स्काउट गाइड के माध्यम से अपनी टीम को तैयार किया. वे रोज अपनी तनख्वाह से राशन सामग्री को खरीद इस टीम के माध्यम से किट तैयार करवाती हैं. उसके बाद घरों को चिन्हित कर वहां पर गरीब परिवारों को राशन किट मुहैया करवाती हैं. पिछले 22 मार्च से गरीबों की मदद का लगातार जारी है. रोज सुबह 10 बजे से स्काउट गाइड भवन बूंदी में यह टीम जुड़ती है और सूखी राशन सामग्री को चिह्नित परिवार को देने के लिए पैकेट बनाना शुरू कर देती है.

नेक काम में स्काउट गाइड बना मददगार

टीम 3 घंटे की मशक्कत के बाद राशन किट तैयार करती है. वहीं 1 दिन पहले सर्वे किए गए घरों में दूसरे दिन राशन सामग्री पहुंचाई जाती है. रजिया खातून बूंदी स्काउट गाइड परिवार से भी जुड़ी हुई हैं. उन्हीं परिवार के सदस्यों की मदद से वे घरों-घरों तक राशन सामग्री पहुंचाती हैं. रजिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि देश में गरीब परिवार अधिक है. उन्होंने लॉकडाउन के साथ ही ठान लिया था कि वह इन गरीब परिवारों की मदद करेंगी. इसी के साथ राशन बांटना शुरू किया और स्काउट गाइड की मदद ली.

बूंदी में लॉकडाउन lecturer of Bundi is providing ration
स्काउट गाइड बना मददगार

यह भी पढ़ें. बूंदी में 'कोरोना योद्धाओं' के लिए युवाओं की पहल, पुलिस जवानों की कर रहे सेवा

रजिया का कहना है कि वे किसी भी गरीब परिवार को भूखा सोना नहीं देना चाहती, चाहे वह किसी भी समाज का क्यों ना हो. इसके लिए उन्होंने कहा है कि चाहे उनकी जिंदगी भर की पूंजी क्यों न चली जाए या उनके 1 महीने की तनख्वाह इस पुण्य काम में पूरी क्यों ना हो जाए, वह पीछे नहीं हटेगी. निरंतर जब तक लॉकडाउन जारी रहेगा, तब तक वह इसी तरह गरीब परिवारों की मदद करती रहेंगी.

यह भी पढ़ें. SPECIAL: Corona के खिलाफ कैसे जंग जीत पाएगा राजस्थान? 42,000 लोगों पर सिर्फ 1 वेंटिलेटर..

रजिया खातून के इस सराहनीय कार्य को लेकर स्काउट गाइड के सदस्य शुभम गोयल बताते हैं कि रजिया खातून के आह्वान पर वे रोज सुबह स्काउट गाइड परिसर में एकत्रित होते हैं और सामाजिक दूरी के साथ पहले राशन सामग्री को एकत्रित किया जाता है. जहां रोज सौ से डेढ़ सौ पैकेट तैयार कर गरीबों तक पहुंचाया जा रहा है. रजिया की इस सराहनीय पहल को देखकर बूंदी जिलेवासी भी आगे आ रहे हैं और फोन कर रजिया से संपर्क कर गरीब परिवारों को राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं.

बूंदी. कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन जारी है. इस लॉकडाउन के बीच बूंदी की एक व्याख्याता की सराहनीय पहल सामने आई है. जिले के हायर सेकेंडरी स्कूल में उर्दू की व्याख्याता रजिया खातून ने अपनी 1 महीने की तनख्वाह को गरीबों के राशन के लिए लगा दिया है. साथ ही रजिया रोज गरीब परिवारों के घरों को चिन्हित कर अपनी टीम के साथ उनके घरों में पहुंचती हैं और राशन मुहैया कराती हैं. रजिया के इस पहल से प्रेरित होकर कई शहरवासी भी मदद को आगे आ रहे हैं.

व्याख्यता तनख्वाह से बांट रही राशन

वहीं सरकार और समाजिक संस्थाएं अपने स्तर पर गरीब मजदूरों को राहत पहुंचाने का काम कर रही है. ईटीवी भारत भी लगातार इन सामाजिक संस्थाओं की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित भी कर रहा है. बूंदी निवासी रजिया खातून बूंदी शहर के हायर सेकेंडरी स्कूल में उर्दू की व्याख्याता है. जब से लॉकडाउन हुआ है, तब से रजिया खातून ने स्काउट गाइड के माध्यम से अपनी टीम को तैयार किया. वे रोज अपनी तनख्वाह से राशन सामग्री को खरीद इस टीम के माध्यम से किट तैयार करवाती हैं. उसके बाद घरों को चिन्हित कर वहां पर गरीब परिवारों को राशन किट मुहैया करवाती हैं. पिछले 22 मार्च से गरीबों की मदद का लगातार जारी है. रोज सुबह 10 बजे से स्काउट गाइड भवन बूंदी में यह टीम जुड़ती है और सूखी राशन सामग्री को चिह्नित परिवार को देने के लिए पैकेट बनाना शुरू कर देती है.

नेक काम में स्काउट गाइड बना मददगार

टीम 3 घंटे की मशक्कत के बाद राशन किट तैयार करती है. वहीं 1 दिन पहले सर्वे किए गए घरों में दूसरे दिन राशन सामग्री पहुंचाई जाती है. रजिया खातून बूंदी स्काउट गाइड परिवार से भी जुड़ी हुई हैं. उन्हीं परिवार के सदस्यों की मदद से वे घरों-घरों तक राशन सामग्री पहुंचाती हैं. रजिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि देश में गरीब परिवार अधिक है. उन्होंने लॉकडाउन के साथ ही ठान लिया था कि वह इन गरीब परिवारों की मदद करेंगी. इसी के साथ राशन बांटना शुरू किया और स्काउट गाइड की मदद ली.

बूंदी में लॉकडाउन lecturer of Bundi is providing ration
स्काउट गाइड बना मददगार

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रजिया का कहना है कि वे किसी भी गरीब परिवार को भूखा सोना नहीं देना चाहती, चाहे वह किसी भी समाज का क्यों ना हो. इसके लिए उन्होंने कहा है कि चाहे उनकी जिंदगी भर की पूंजी क्यों न चली जाए या उनके 1 महीने की तनख्वाह इस पुण्य काम में पूरी क्यों ना हो जाए, वह पीछे नहीं हटेगी. निरंतर जब तक लॉकडाउन जारी रहेगा, तब तक वह इसी तरह गरीब परिवारों की मदद करती रहेंगी.

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रजिया खातून के इस सराहनीय कार्य को लेकर स्काउट गाइड के सदस्य शुभम गोयल बताते हैं कि रजिया खातून के आह्वान पर वे रोज सुबह स्काउट गाइड परिसर में एकत्रित होते हैं और सामाजिक दूरी के साथ पहले राशन सामग्री को एकत्रित किया जाता है. जहां रोज सौ से डेढ़ सौ पैकेट तैयार कर गरीबों तक पहुंचाया जा रहा है. रजिया की इस सराहनीय पहल को देखकर बूंदी जिलेवासी भी आगे आ रहे हैं और फोन कर रजिया से संपर्क कर गरीब परिवारों को राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं.

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