बूंदी. पंचायत राज चुनाव में बीजेपी से क्रॉस वोटिंग करने के आरोप में 4 पदाधिकारियों को निष्कासित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. राजपूत समाज ने बीजेपी से तीन राजपूत नेताओं को निष्कासित करने का विरोध दर्ज कराया है. शनिवार को करणी सेना ने अपना विरोध दर्ज करवाते हुए चुनाव में बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी. लेकिन, अब राजपूत समाज के सभी संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. बहादुर सिंह सर्किल पर समाज के लोगों ने बैठक कर अपने विचार व्यक्त किए.
वक्ताओं ने कहा है कि जिस तरीके से एक नेता के इशारे पर राजपूत समाज के महिपत सिंह हाड़ा, ओमेंद्र सिंह हाड़ा और शक्ति सिंह को निलंबित किया गया है, वह सही नहीं है. इनके इलाकों में इन दोनों नेताओं ने बीजेपी का बहुमत देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन फिर भी द्वेषता पूर्ण तरीके से इन नेताओं को 6 साल के लिए बीजेपी से निष्कासित कर दिया, जो पूरी तरह से गलत है. समाज ने एकजुट होकर बीजेपी संगठन को चेतावनी दी है कि दोनों नेताओं को वापस से बीजेपी में सम्मान शामिल नहीं किया, तो समाज आने वाले चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देगा और सामाजिक बहिष्कार करेगा.
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बता दें कि पूर्व जिला अध्यक्ष महिपत सिंह सिंह हाड़ा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सबसे खास माने जाते हैं. वह हिंडोली नैनवा विधानसभा से बीजेपी से चुनाव लड़ते हुए आए हैं और उनके पुत्र ओमेंद्र सिंह हाड़ा भी इसी सीट से चुनाव प्रत्याशी रहे हैं. दोनों ही नेताओं पर कांग्रेस का बोर्ड बनवाने और बीजेपी की खिलाफत करने के आरोप पर्यवेक्षक व जिला अध्यक्ष द्वारा लगाए जाने के बाद पार्टी से उन्हें 6 साल के लिए निलंबित किया गया था.