जयपुर: राजस्थान में कम और जीरो नामांकन वाले स्कूल बंद (मर्ज) करने के भजनलाल सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने निशाना साधा है. प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी कर कहा, शिक्षा प्रणाली में सुधार, नवाचार एवं विस्तार करने की जगह भाजपा सरकार हमेशा स्कूलें बंद करने का काम करती है. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में एक भी बालिका विद्यालय को बंद नहीं किया जबकि भाजपा सरकार एक साल में 450 स्कूलों को बंद कर चुकी है. महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के नाम पर बालिका विद्यालयों को बंद करने का आरोप लगाने वाली भाजपा सरकार खुद बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालयों पर ताला लगा रही है. उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग ने कम और जीरो नामांकन वाले 259 स्कूलों को आज मर्ज करने के आदेश जारी किए गए हैं.
स्कूल बंद करना भाजपा की रही है नीति: डोटासरा ने कहा, सरकारी स्कूलों को बंद करना भाजपा की हमेशा से नीति रही है. पूर्व में भी वसुंधरा राजे सरकार ने समन्वय के नाम पर 22,204 स्कूलों को बंद किया था. जबकि हमारी सरकार ने इन बंद स्कूलों को दुबारा खोला एवं 1500 से अधिक को हिंदी माध्यम में और 367 स्कूलों को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में दुबारा संचालित किया.
शिक्षा प्रणाली में सुधार, नवाचार एवं विस्तार करने की जगह भाजपा सरकार हमेशा स्कूलें बंद करने का काम करती हैं।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) January 17, 2025
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में एक भी बालिका विद्यालय को बंद नहीं किया जबकि भाजपा सरकार 1 साल में 450 स्कूलों को बंद कर चुकी है।
महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम…
आरएसएस के एजेंडे पर काम कर रही सरकार: उन्होंने कहा, चाहे बालिका विद्यालयों को बंद करना हो या समीक्षा के नाम पर अंग्रेजी माध्यम स्कूलों पर कैंची चलाने की तैयारी, भाजपा का असल उद्देश्य शिक्षा को निजी हाथों में सौंपने का रहा है. आरएसएस के एजेंडे के तहत गरीब, कमजोर व पीड़ित के बच्चे को शिक्षा के अधिकार से वंचित रखना एवं आदर्श विद्या मंदिर स्कूलों को पुनः स्थापित करना भी इनकी मंशा रही है.
गर्त में धकेला जा रहा है सरकारी स्कूलों को: डोटासरा बोले, सशक्त शिक्षा प्रणाली की जगह आज प्रदेश के सरकारी स्कूलों को गर्त में धकेला जा रहा है. कम नामांकन, स्कूलें बंद करना, शिक्षकों की नियुक्ति रोकना, अंग्रेजी शिक्षा की समीक्षा करना, इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बजट जारी नहीं करना, छात्र-छात्राओं को यूनिफॉर्म नहीं देना, स्कूलों में वार्षिक उत्सव नहीं कराना और उत्कृष्ट बच्चों को पुरस्कृत करने से वंचित रखना भाजपा सरकार की नई नीति बन गई है.