बूंदी. प्रदेश में इन दिनों किसानों की उपज की समर्थन मूल्य पर खरीद जारी है. यहां पर किसानों को अच्छे दाम मिलने के चलते किसानों का रुझान समर्थन मूल्य पर बढ़ रहा है. इस वर्ष लॉकडाउन के चलते किसान व्यापारियों को नहीं देकर सीधा समर्थन मूल्य पर अपनी फसल को बेच रहे हैं, जिसके चलते टोकन भी अधिक बिक रहे हैं.
बूंदी जिले में 1 जून को से शुरू हुए खरीद केंद्रों पर हजारों की तादात में किसान फसल लेकर पहुंचे. इस बार बूंदी जिले में 24 खरीद केंद्र बनाए गए थे. जहां सहकारिता विभाग की ओर से गेहूं की फसल की खरीद की और एफसीआई गोदामों में इन गेहूं के स्टोरेज का इंतजाम किया. 15 दिनों तक चली खरीद के बाद एफसीआई के गोदाम गेहूं से लबालब हो गए. ऐसे में बूंदी जिला प्रशासन ने किसानों को मंडी आने से मना कर दिया था और खरीद पर रोक लगा दी थी.
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मंगलवार को फिर से समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू होने जा रही है. जिसको लेकर सोमवार शाम को फसल लेकर किसानों का मंडी में पहुंचना शुरू हो गया है. किसान अपने टोकन नंबर लेकर कृषि उपज मंडी में पहुंच रहे हैं. जहां बूंदी ट्रैफिक पुलिस किसानों को टोकन नंबर जांच कर अंदर मंडी में प्रवेश होने दे रही है. जो किसान पहले पहुंच रहा है, उसका नंबर आने से किसान काफी खुश नजर आ रहा है. किसानों का कहना है कि यहां अच्छे भाव मिलने से वे खुश हैं.
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बता दें कि प्रथम बार शुरू हुई समर्थन मूल्य में खरीद के दौरान बूंदी मंडी में अव्यवस्थाओं का आलम देखा गया था. यहां अचानक से हजारों की संख्या में ट्रॉलियां पहुंच जाने के चलते व्यवस्था चरमरा गई थी. किसानों के नंबर लगने के बाद भी उनके नंबर नहीं आ रहे थे. जिसके चलते किसान 10 से 15 दिनों तक मंडी में रुकने को मजबूर हो गए थे. लेकिन प्रशासन ने जैसे तैसे करके समर्थन मूल्य पर खरीद की और बाद में खरीद को रोक दिया.