बूंदी. जिले की श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा समिति के बून्दी जिला सह संयोजक एवं विहिप जिला मंत्री संजय नागर ने बताया कि श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समिति के माध्यम से सैंकड़ों रामभक्त व कार्यकर्ता अब तक बूंदी जिले के 872 ग्राम व आठ नगरों की सभी 42 बस्तियों में घर-घर सम्पर्क कर जिले के 2 लाख 25 हजार से ज्यादा परिवारों तक श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के निमंत्रण पत्र बांट चुके हैं. 'गांव में कोई छूटे नहीं घर कोई छूटे नहीं' की तर्ज पर कार्यरत रामभक्तों का अक्षत व पत्रक बांटने का कार्यक्रम अब अंतिम पड़ाव पर है.
1166 मंदिरों में होंगे प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के आयोजन: समिति के बूंदी जिला संयोजक लोकेश वशिष्ठ तथा जिला सहसंयोजक संजय नागर ने बताया कि 22 जनवरी को प्रत्येक गांव एवं बस्ती में मंदिरों में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस दिन जिले के 1166 मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत सुबह 11 बजे से सामूहिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. जिलें में बनी 748 ग्राम समितियां श्री राम जन्मभूमि मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी को लेकर बूंदी जिले में बड़े ही धूमधाम और उल्लास के साथ अलग-अलग प्रकल्प योजनाएं बनाकर सराहनीय ढंग से उत्सव की तैयारियां में जुटी हुई है.
घर मंदिरों को सजाएं, भगवा पताकाएं लगाएं: संयोजक ने आह्वान किया कि शंख ध्वनि, घंटानाद के साथ विजय महामंत्र श्री राम जय राम जय जय रात का 108 बार जाप करें और हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामरक्षा श्लोक आदि का सामूहिक पाठ करें. बड़े पर्दे पर अयोध्या का प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव सामूहिक रूप से दिखाया जाएगा. इस पावन मौके को उत्सव के रूप में मनाते हुए अपने घरों मंदिरों को तोरण, रंगोली, झालर इत्यादि द्वारा अच्छे से सजावट करें. उन्होंने लोगों से अपील की अपने क्षेत्र के सभी घरों व मंदिरों में में भगवा पताकाएं लगाएं. इस दिन व्रत उपवास रखते हुए सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने देवताओं की प्रसन्नता के लिये दीप जलाएं और दीपोत्सव मनाएं.
राममय वातावरण का करें निर्माण: ज़िला समिति के पालक सत्यनारायण जाँगीड ने संपूर्ण हिन्दू समाज से प्रत्येक गाँव को अयोध्या और प्रत्येक मंदिर को राम मंदिर बनाने का आह्वान करते हुए अपने अपने क्षेत्र में राम मय वातावरण का निर्माण करने का आह्वान किया. 21 जनवरी तक प्रतिदिन प्रभात फेरी निकाल कर समाज में वातावरण तैयार करने के साथ प्रत्येक मंदिर समिति व पुजारी से मिल कर अधिक से अधिक समाज जन की सहभागिता की योजना तैयार कर कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ें.