उदयपुर: मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बुधवार को सोलर लैंपों से 'सूर्य' की सबसे बड़ी आकृति बनाकर 'सूर्योदय अभियान' का शुभारंभ किया. इस मौके पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने लक्ष्यराज सिंह को सोलर लैंपों के संग्रह से दुनिया में पहली बार 'सूर्य' की सबसे बड़ी आकृति बनाने पर वर्ल्ड रिकॉर्ड के कीर्तिमान से सिटी पैलेस में सम्मानित किया.
एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड किया अपने नाम : लक्ष्यराज सिंह का समाज सेवा के विभिन्न प्रकल्पों में यह नौवां गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड है. इस अवसर पर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि 'सूर्योदय अभियान' की शुरुआत का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों को सोलर लैंप वितरित कर उनके घरों को सौर ऊर्जा से रोशन कर पर्यावरण संरक्षण की पहल करना है. आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों पर बिजली के बिलों का भार नहीं आएगा. सौर ऊर्जा के माध्यम से परिवार आत्मनिर्भर बनेंगे और उन्हें बाहरी ऊर्जा स्रोतों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.
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लक्ष्यराज सिंह पिछले 7 सालों में समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण, महिला स्वच्छता प्रबंधन और शिक्षा जैसे विषयों पर 9 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित कर चुके हैं. उनका कहना है कि ये विश्व कीर्तिमान देश-दुनिया में समाज सेवा और नागरिक दायित्वों के निर्वहन की ज्योति जलाने की पुनीत सोच के साथ स्थापित किए हैं, जिसका क्रम अनवरत जारी रहेगा.
लक्ष्यराज सिंह ने कब, कौन-सा विश्व कीर्तिमान और कैसे स्थापित किया, जानिए :
रिकॉर्ड-1 : मार्च 2019 को जरूरतमंदों को 3 लाख 29 हजार से अधिक वस्त्रों का दान कर पहला गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया था. एकत्रित किए तीन लाख कपड़ों को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, ओमान, श्रीलंका, यूएई सहित अन्य देशों के 80 शहरों से वस्त्र एकत्रित कर जरूतमंदों तक पहुंचाया.
रिकॉर्ड-2 : अगस्त 2019 को 24 घंटे में 20 टन से ज्यादा स्टेशनरी छात्र-छात्रों में वितरित कर दूसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने उदयपुर संभाग में एक महीने तक शिक्षा प्रोत्साहन कैंपेन चलाकर सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को किताब, कॉपी-पेन-पेंसिल, कलर्स बुक आदि शिक्षण सामग्री वितरित किया.
रिकॉर्ड-3 : जनवरी 2020 को महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से 20 सेकंड में 4000 से अधिक पौधे लगाकर तीसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किया. सिटी पैलेस के माणक चौक में पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने अमलतास, गुलमोहर, सहजन व केशिया श्याम वृक्षों के 4035 पौधों को 20 सेकंड में लगाया गया.
रिकॉर्ड-4 : जनवरी 2021 को मात्र एक घंटे में महिला स्वच्छता प्रबंधन से जुड़े 12 हजार से अधिक स्वच्छता प्रोडक्ट बांटकर चौथा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया. कोरोना महामारी के दौरान स्वच्छता और महिला माहवारी स्वच्छता प्रबंधन की अलख जगाने के लिए साढ़े बारह हजार से ज्यादा सेनेट्री पैड, हैंड सेनेटाइजर, साबुन, टूथब्रश जैसे प्रोडक्ट्स दान किए.
रिकॉर्ड-5 : जनवरी 2022 को एक घंटे में सबसे ज्यादा स्वेटर वितरण कर 5वां गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. सर्दी के सीजन में जरूरतमंद 2800 लोगों को स्वेटर पहनाकर पुनीत पहल की.
रिकॉर्ड-6 : जनवरी 2022 को एक घंटे 2800 भोजन के पैकेट वितरण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया. उद्देश्य 'कोई भूखा ना सोए' पहल का जन-जन तक संदेश पहुंचाना.
रिकॉर्ड-7 : जनवरी 2023 को बीज भविष्य का अभियान के तहत 21 हजार 58 विभिन्न तरह के पेड़-पौधों के बीज बोकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया.
रिकॉर्ड-8 : जनवरी 2024 को जनसमूह को तनाव प्रबंधन का पाठ पढ़ाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया किया. बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने विश्व में पहली बार तनाव प्रबंधन से संबंधित यह श्रेणी बनाने की पहल की है.
रिकॉर्ड-9 : सोलर लैंपों के संग्रह से 'सूर्य' की सबसे बड़ी आकृति बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. 'सूर्योदय अभियान' का शुभारंभ कर पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करने की पहल की है.