बूंदी. जिले के नमाना, चंदा का तालाब इलाके में शुक्रवार को टिड्डी दल ने अटैक किया. देर रात टिड्डी दल यहां पहुंचा तो ग्रामीणों ने ढोल, थाली बजाकर टिड्डी को भगाने का प्रयास किया. जिसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची विभाग की टीम ने कीटनाशक दवा का छिड़काव कर लाखों की संख्या में टिड्डी दल को मौके पर ही नष्ट कर दिया.
छिड़काव होने के साथ ही कुछ दल मौके से डाबी इलाके की तरफ बढ़ गया है. जिस पर बूंदी कृषि विभाग ने संबंधित अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है. जैसे ही डाबी इलाके में टिड्डी दल रुकेगा. वहां पर भी विभागीय अधिकारी पहुंच कर उन्हें इस दवा के जरिए नष्ट करने की कोशिश करेंगे. विभाग की कोशिश यही है कि दल कहीं रुके नहीं.
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कृषि विभाग के उप निदेशक रमेश चंद्र जैन ने बताया कि बूंदी जिले में अब तक 8 बार टिड्डी दल ने अटैक किया है. 3 बार केशोरायपाटन, 2 नैनवा, 2 हिंडोली और बूंदी शहर में टिड्डी दल ने अटैक किया है. जहां मौके पर पहुंचकर छिड़काव किया गया. वहीं अभी कोई फसल की उपज तैयार नहीं है तो फसल को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन टिड्डी की ओर से हरियाली को हिंडौली साइड में नष्ट करने की खबर सामने आई थी. जिसके नुकसान का आकलन अभी तक नहीं किया गया है.
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कृषि विभाग की ओर से बूंदी जिले को टिड्डी ग्रस्त जिला भी घोषित कर दिया है. जिससे विभाग लगातार अलर्ट मोड पर है. उधर, उपज करने वाले किसानों को कृषि विभाग ने अलर्ट किया हुआ है क्योंकि जिले में इन दिनों धान की रोपाई चल रही है. रोपाई होने के बाद भी टिड्डी दल कभी भी अटैक कर सकता है तो किसान को बड़ा नुकसान हो सकता है. ऐसे में किसानों को विभाग लगातार जागरूक कर रहा है कि जैसे टिड्डी दल अटैक करे तो ढोल, थाली और अन्य साउंड सिस्टम से शोर कर उन्हें आगे की ओर बढ़ा दें, ताकि नुकसान होने से बचाया जा सके.