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कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- आर्थिक मंदी से गुजर रहा देश, हालात हैं खराब

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का दर्शन पूरे विश्व के लिए शांति का मार्ग प्रशस्त करने वाला है. गांधी का राष्ट्रवाद निस्वार्थ राष्ट्रवाद है और अपने देश पर सर्वस्व न्योछावर करने की प्रेरणा देता है.

बूंदी महात्मा गांधी 150वीं जयंती न्यूज, Bundi Mahatma Gandhi 150th birth anniversary News
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Published : Oct 15, 2019, 6:37 AM IST

बूंदी. जिले में सोमवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर गांधी आर्थिक दर्शन और राष्ट्रवाद विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए. उन्होंने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का दर्शन पूरे विश्व के लिए शांति का मार्ग प्रशस्त करने वाला है.

मोहन प्रकाश ने कहा कि महात्मा गांधी ने प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में अपनी आवश्यकता सीमित रखने के लिए कहा है. जब हमारी आवश्यकता सीमित होगी, तभी हम सुखी होंगे. संबोधन में उन्होंने कहा कि सत्य और अहिंसा के मार्ग से पूरे देश को एक आवाज में देकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश में राष्ट्रवाद की अलख जगाई. गांधी जी का राष्ट्रवाद निश्वार्थ राष्ट्रवाद है और अपने देश पर सर्वस्व न्योछावर करने की प्रेरणा देता है. त्याग, तपस्या और बलिदान राष्ट्रवाद का मूल तत्व है. राष्ट्रवाद यशोगान नहीं बलिदान मांगता है.

पढ़ें- पाकिस्तान से आए अंतरराष्ट्रीय नगर कीर्तन का हनुमानगढ़ में जोरदार स्वागत

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता ने मीडिया से बातचीत में मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पिछले सालों से हिंदुस्तान आर्थिक मंदी से गुजर रहा है. मोदी सरकार के आते ही साल 2014 में किसानों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ. मोहन ने कहा कि सबसे बड़ा प्रभाव बैंकिंग सेक्टर पर पड़ा है. उनकी नीतियों से आज बैंक संघर्ष कर रहे हैं. नोट बंदी मोदी सरकार ने लागू की, लेकिन नोटबंदी का अभी तक मतलब समझ में नहीं आया कि वो किस लिए की गई थी. उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने से देश को बड़ा नुकसान झेलना पर रहा है.

कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने मोदी सरकार पर साधा निशाना

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के एक मंत्री ने हाल ही में ही जीडीपी को लेकर यह बयान दिया है कि फिल्मों में 120 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं, तो कहां से आर्थिक मंदी होगी. मंत्री फिल्म देखकर यह कैसे तय कर रहे हैं कि देश में आर्थिक मंदी है कि नहीं, यह तो एक मजाक का विषय बन गया है.

पढ़ें- राजसमंदः गांधी की 150वीं जयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

मोहन प्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में तरह-तरह के दावे करते रहते हैं. लेकिन, मेरा मानना है कि शब्दों से देश नहीं चलेगा. देश त्याग, तपस्या और बलिदान, राष्ट्रवाद की पहचान गांधी आर्थिक दर्शन और राष्ट्रीय विषय पर कार्य करने पर ही देश चलेगा. उन्होंने कहा कि यह देश महात्मा गांधी के चलाए हुए सिद्धांत से हट गया है. यही कारण है कि देश में हालात खराब हैं.

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि देश काफी चुनौती से गुजर रहा है. ऑटोमोबाइल सेक्टर पिछले 33 महीने से बंद है, सर्विस सेक्टर बंद है और अन्य सेक्टर के बंद होने का सिलसिला जारी है. उन्होंने कहा कि हाल ही में ही अनुच्छेद 370 को हटाया गया है. लेकिन, इसका दंश आने वाले समय में लोगों को झेलना पड़ेगा. प्रकाश ने कहा कि देश में रोजगार की बात कोई नहीं कर रहा है. बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है और लूट हो रही है. लेकिन, किसी का ध्यान नहीं है. इसकी वजह है कि वापस से गांधीवादी तरीके से देश को चलाना होगा वरना देश के हालात और बद से बदतर होंगे.

बूंदी. जिले में सोमवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर गांधी आर्थिक दर्शन और राष्ट्रवाद विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए. उन्होंने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का दर्शन पूरे विश्व के लिए शांति का मार्ग प्रशस्त करने वाला है.

मोहन प्रकाश ने कहा कि महात्मा गांधी ने प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में अपनी आवश्यकता सीमित रखने के लिए कहा है. जब हमारी आवश्यकता सीमित होगी, तभी हम सुखी होंगे. संबोधन में उन्होंने कहा कि सत्य और अहिंसा के मार्ग से पूरे देश को एक आवाज में देकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश में राष्ट्रवाद की अलख जगाई. गांधी जी का राष्ट्रवाद निश्वार्थ राष्ट्रवाद है और अपने देश पर सर्वस्व न्योछावर करने की प्रेरणा देता है. त्याग, तपस्या और बलिदान राष्ट्रवाद का मूल तत्व है. राष्ट्रवाद यशोगान नहीं बलिदान मांगता है.

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वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता ने मीडिया से बातचीत में मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पिछले सालों से हिंदुस्तान आर्थिक मंदी से गुजर रहा है. मोदी सरकार के आते ही साल 2014 में किसानों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ. मोहन ने कहा कि सबसे बड़ा प्रभाव बैंकिंग सेक्टर पर पड़ा है. उनकी नीतियों से आज बैंक संघर्ष कर रहे हैं. नोट बंदी मोदी सरकार ने लागू की, लेकिन नोटबंदी का अभी तक मतलब समझ में नहीं आया कि वो किस लिए की गई थी. उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने से देश को बड़ा नुकसान झेलना पर रहा है.

कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने मोदी सरकार पर साधा निशाना

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के एक मंत्री ने हाल ही में ही जीडीपी को लेकर यह बयान दिया है कि फिल्मों में 120 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं, तो कहां से आर्थिक मंदी होगी. मंत्री फिल्म देखकर यह कैसे तय कर रहे हैं कि देश में आर्थिक मंदी है कि नहीं, यह तो एक मजाक का विषय बन गया है.

पढ़ें- राजसमंदः गांधी की 150वीं जयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

मोहन प्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में तरह-तरह के दावे करते रहते हैं. लेकिन, मेरा मानना है कि शब्दों से देश नहीं चलेगा. देश त्याग, तपस्या और बलिदान, राष्ट्रवाद की पहचान गांधी आर्थिक दर्शन और राष्ट्रीय विषय पर कार्य करने पर ही देश चलेगा. उन्होंने कहा कि यह देश महात्मा गांधी के चलाए हुए सिद्धांत से हट गया है. यही कारण है कि देश में हालात खराब हैं.

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि देश काफी चुनौती से गुजर रहा है. ऑटोमोबाइल सेक्टर पिछले 33 महीने से बंद है, सर्विस सेक्टर बंद है और अन्य सेक्टर के बंद होने का सिलसिला जारी है. उन्होंने कहा कि हाल ही में ही अनुच्छेद 370 को हटाया गया है. लेकिन, इसका दंश आने वाले समय में लोगों को झेलना पड़ेगा. प्रकाश ने कहा कि देश में रोजगार की बात कोई नहीं कर रहा है. बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है और लूट हो रही है. लेकिन, किसी का ध्यान नहीं है. इसकी वजह है कि वापस से गांधीवादी तरीके से देश को चलाना होगा वरना देश के हालात और बद से बदतर होंगे.

Intro:कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि देश में आर्थिक मंदी का दौर जारी है । गांधी आर्थिक दर्शन व राष्ट्रवाद के विषय से हटकर इस देश में काम किया जा रहा है । नतीजा यह कि देश में मंदी के हालात है जो सेक्टर बचे है वह खत्म होते जा रहे हैं। देश में विकट हालात से लोग गुजर रहे हैं । केवल शब्दों से ही देश नहीं चलता त्याग तपस्या और बलिदान राष्ट्रवाद की पहचान है ।


Body:बूंदी । कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का दर्शन पूरे विश्व के लिए शांति का मार्ग प्रशस्त करने वाला है। मोहन प्रकाश सोमवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 से जन्म वर्ष पर गांधी आर्थिक दर्शन व राष्ट्रवाद विषय पर आयोजित गोष्ठी को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे । मोहन प्रकाश ने कहा कि महात्मा गांधी ने प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में अपनी आवश्यकता सीमित रखने के लिए कहा है । जब हमारी आवश्यकता है और वह सीमित होगी तभी हम सुखी होंगे । आवश्यकता पड़ेगी तो आर्थिक तंत्र भी प्रभावित होगा । अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सत्य और अहिंसा के मार्ग से पूरे देश को एक आवाज में परिकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश में राष्ट्रवाद की अलख जगाई । गांधी का राष्ट्रवाद निश्वार्थ राष्ट्रवाद है और अपने देश पर सर्वोच्च न्योछावर करने की प्रेरणा देता है । त्याग तपस्या और बलिदान राष्ट्रवाद का मूल तत्व है । राष्ट्रवाद यशोगान नहीं बलिदान मांगता है उन्होंने इस बात पर भी आक्रोश जताया है कि जो लोग आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के लिए जासूसी कर रहे थे वह आजाद राष्ट्रवाद की बात कर रहे हैं । यही नहीं उन्होंने मीडिया से बातचीत में जमकर मोदी सरकार को कोसा है और कहा है कि पिछले सालों से हिंदुस्तान आर्थिक मंदी से दौड़ रहा है । मोदी सरकार के आते ही वर्ष 2014 में किसानों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ उनकी नीति से किसान टूटा चला गया और आज खत्म होने की कगार पर है । वही व्यक्ति की आत्मनिर्भरता को भी खत्म कर दिया गया है और वह सोच और समझने की शक्ति में नहीं है । वहीं तीसरा सबसे बड़ा प्रभाव बैंकिंग सेक्टर पड़ा है । बैंकिंग नीतियों से आज बैंक संघर्ष कर रहा है । नोट बंदी मोदी सरकार ने लागू की नोटबंदी का अभी तक मतलब समझ में नहीं आया कि वह किस लिए की गई थी । जीएसटी लागू होने से देश को बड़ा नुकसान इस दौरान झेलना पड़ा है । वहीं मोदी सरकार के एक मंत्री ने हाल ही में ही जीडीपी को लेकर यह बयान दिया है कि फिल्मों में 120 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं तो कहां से आर्थिक मंदी होगी तो इस पर मोहन प्रकाश ने कहा कि मंत्री फिल्म देखकर यह कैसे तय कर रहे हैं कि देश में आर्थिक मंदी है कि नहीं यह तो एक मजाक का विषय बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में तरह-तरह के दावे करते रहते हैं लेकिन मेरा मानना है कि शब्दों से देश नहीं चलेगा देश त्याग तपस्या और बलिदान राष्ट्रवाद की पहचान गांधी आर्थिक दर्शन व राष्ट्रीय विषय पर कार्य करने पर ही देश चलेगा । यह देश राष्ट्रवाद और त्याग तपस्या आर्थिक दर्शन गांधी के चलाए हुए सिद्धांत से हट गया है यही कारण रहा कि आज देश के हालात बड़े खराब है ।


Conclusion:मोहन प्रकाश ने कहा कि देश काफी चुनौती भर चीजों से गुजर रहा है । ऑटोमोबाइल सेक्टर पिछले 33 माह से बंद है । सर्विस सेक्टर बंद है और अन्य सेक्टर बंद होने का सिलसिला जारी है। ना मोदी जी को इस से मतलब है ना किसी और को बस शब्दों के सहारे देश को चलाया जा रहा है । उन्होंने कहा कि हाल ही में ही 370 को हटाया गया है लेकिन इसका दंश आने वाले समय पर लोगों को झेलना पड़ेगा हमें झेलना पड़ेगा । देश में रोजगार की बात कोई नहीं कर रहा बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है लूट कसौट हो रही है। लेकिन किसी का ध्यान नहीं है इसकी वजह है कि वापस से गांधीवादी तरीके से देश चलाना होगा वरना देश के हालात और बद से बदतर होंगे ।

बाईट - मोहन प्रकाश , राष्ट्रीय प्रवक्ता ,
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