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स्कूलों के 'सरकारी' हाल: देखिए बूंदी के सरकारी स्कूल की ग्राउंड रिपोर्ट

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Published : Dec 24, 2019, 8:00 PM IST

प्रदेश की सरकारी स्कूलों में किस तरीके से छात्रों को सुविधा मुहैया हो रही है. जिसके तहत ईटीवी भारत स्कूलों का रियलिटी चेक कर रही है. स्कूलों के हालात जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम बूंदी जिले के सथूर गांव पहुंची. जहां पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की तहकीकात की. देखिए स्कूलों के 'सरकारी' हाल पर बूंदी से स्पेशल रिपोर्ट...

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बूंदी के सरकारी स्कूल की ग्राउंड रिपोर्ट

बूंदी. राजस्थान सरकार शिक्षा को लेकर काफी दावे करती है और तरह-तरह की योजनाएं छात्रों को मुहैया करवाने की बात करती है. इसकी रिपोर्ट जानने के लिए ईटीवी भारत के टीम बूंदी के सथूर गांव पहुंची. जहां पर ईटीवी भारत ने सथूर गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की ग्राउंड रिपोर्ट को जाना. जहां हमारी रिपोर्ट में पाया गया कि स्कूल भवन पूरी तरह से सुरक्षित तो है, लेकिन हाल ही में हुई बारिश के चलते स्कूल भवन पूरी तरह से बदहाल हो चुका है. यह भवन काफी पुराना है और इस भवन में करीब 12 कक्षाएं संचालित होती है. जहां पर बारिश के चलते भवन का पूरा कलर हल्का पड़ चुका है, फर्श उखड़ चुकी हैं. यही नहीं कुछ जगह की दीवारें टूटने की कगार पर भी है.

बूंदी के सरकारी स्कूल की ग्राउंड रिपोर्ट

पढ़ें- स्कूलों के 'सरकारी' हाल: चहुंमुखी विकास तो छोड़ो, यहां पढ़ाने वाले शिक्षक ही नहीं

विद्यालय में 1 से12 वीं कक्षा संचालित होती है. इस स्कूल में करीब 532 छात्र-छात्राएं अध्ययन करती है. वर्तमान में इस स्कूल में अर्धवार्षिक परीक्षा आयोजित हो रही है. जिसके चलते छात्र छात्राओं का हुजूम विद्यालय में देखा जा रहा है और छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं इस स्कूल में अध्यापक भी लगातार अपनी सेवाएं यहां देते हुए दिखाई दे रहे हैं. हमारी पड़ताल में सामने आया कि यहां पर पांच पद रिक्त है. जिनमें से 3 पद शिक्षक के तो 2 पद कर्मचारियों के रिक्त हैं. जिनकी आपूर्ति अगर हो जाए तो यहां के प्रबंधन का कहना है कि काफी बेहतर सुविधाएं यहां हो जाएगी.

पढ़ें- स्कूलों के 'सरकारी' हाल: जयपुर नगर निगम की ओर संचालित पिंक सिटी स्कूल के हालात बद से बदतर, देखिए रिपोर्ट

राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल विद्यालय में कुल 12 कक्षाएं हैं, जो 532 छात्र-छात्राओं में कम पड़ती है. जिसके चलते स्कूल प्रबंधक द्वारा दो कक्षाओं की और मांग की गई है जिन्हें जल्द निर्माण कार्य करवाने की बात यहां के स्कूल प्रबंधक द्वारा कही जा रही है. वहीं स्कूल प्रबंधक का कहना है कि शौचालय छात्रों के लिए पूरी संख्या में उपलब्ध है. लेकिन बारिश होने की वजह से वह पूरी तरह से उखड़ चुका है जिसके लिए भी जिला शिक्षा अधिकारी को लेटर लिखकर जल्द दुरुस्त करवाने की मांग की है.

पढ़ें- स्कूलों के 'सरकारी' हाल:दो कमरों में चल रहे दो स्कूल, हर क्लास एक दूसरे की पूरक, एडजस्टमेंट ही बन गई तकदीर

स्कूल में मिड डे मील योजना के तहत पोषाहार के लिए अलग से इस विद्यालय में कक्षा बनाया गया था. जहां पर पोषाहार की व्यवस्था भी पूरी तरह से माकूल नजर आई. यहां पर पोषाहार बनाने वाले कर्मचारियों द्वारा समय पर पोषाहार तैयार कर लिया गया और शुद्ध रूप से छात्र-छात्राओं को यह पोषाहार वितरित किया गया. वहीं ईटीवी भारत के कैमरे पर छात्र छात्राओं ने एक ही बात कही की पढ़ाई अच्छी होती है यहां के अध्यापक अच्छे हैं मिड डे मील के तहत मिलने वाला पोषाहार भी अच्छा है, लेकिन भवन निर्माण सही नहीं है अगर भवन और अच्छे हो जाएंगे तो यह विद्यालय और भी अच्छा हो जाएगा.

बूंदी. राजस्थान सरकार शिक्षा को लेकर काफी दावे करती है और तरह-तरह की योजनाएं छात्रों को मुहैया करवाने की बात करती है. इसकी रिपोर्ट जानने के लिए ईटीवी भारत के टीम बूंदी के सथूर गांव पहुंची. जहां पर ईटीवी भारत ने सथूर गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की ग्राउंड रिपोर्ट को जाना. जहां हमारी रिपोर्ट में पाया गया कि स्कूल भवन पूरी तरह से सुरक्षित तो है, लेकिन हाल ही में हुई बारिश के चलते स्कूल भवन पूरी तरह से बदहाल हो चुका है. यह भवन काफी पुराना है और इस भवन में करीब 12 कक्षाएं संचालित होती है. जहां पर बारिश के चलते भवन का पूरा कलर हल्का पड़ चुका है, फर्श उखड़ चुकी हैं. यही नहीं कुछ जगह की दीवारें टूटने की कगार पर भी है.

बूंदी के सरकारी स्कूल की ग्राउंड रिपोर्ट

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विद्यालय में 1 से12 वीं कक्षा संचालित होती है. इस स्कूल में करीब 532 छात्र-छात्राएं अध्ययन करती है. वर्तमान में इस स्कूल में अर्धवार्षिक परीक्षा आयोजित हो रही है. जिसके चलते छात्र छात्राओं का हुजूम विद्यालय में देखा जा रहा है और छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं इस स्कूल में अध्यापक भी लगातार अपनी सेवाएं यहां देते हुए दिखाई दे रहे हैं. हमारी पड़ताल में सामने आया कि यहां पर पांच पद रिक्त है. जिनमें से 3 पद शिक्षक के तो 2 पद कर्मचारियों के रिक्त हैं. जिनकी आपूर्ति अगर हो जाए तो यहां के प्रबंधन का कहना है कि काफी बेहतर सुविधाएं यहां हो जाएगी.

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राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल विद्यालय में कुल 12 कक्षाएं हैं, जो 532 छात्र-छात्राओं में कम पड़ती है. जिसके चलते स्कूल प्रबंधक द्वारा दो कक्षाओं की और मांग की गई है जिन्हें जल्द निर्माण कार्य करवाने की बात यहां के स्कूल प्रबंधक द्वारा कही जा रही है. वहीं स्कूल प्रबंधक का कहना है कि शौचालय छात्रों के लिए पूरी संख्या में उपलब्ध है. लेकिन बारिश होने की वजह से वह पूरी तरह से उखड़ चुका है जिसके लिए भी जिला शिक्षा अधिकारी को लेटर लिखकर जल्द दुरुस्त करवाने की मांग की है.

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स्कूल में मिड डे मील योजना के तहत पोषाहार के लिए अलग से इस विद्यालय में कक्षा बनाया गया था. जहां पर पोषाहार की व्यवस्था भी पूरी तरह से माकूल नजर आई. यहां पर पोषाहार बनाने वाले कर्मचारियों द्वारा समय पर पोषाहार तैयार कर लिया गया और शुद्ध रूप से छात्र-छात्राओं को यह पोषाहार वितरित किया गया. वहीं ईटीवी भारत के कैमरे पर छात्र छात्राओं ने एक ही बात कही की पढ़ाई अच्छी होती है यहां के अध्यापक अच्छे हैं मिड डे मील के तहत मिलने वाला पोषाहार भी अच्छा है, लेकिन भवन निर्माण सही नहीं है अगर भवन और अच्छे हो जाएंगे तो यह विद्यालय और भी अच्छा हो जाएगा.

Intro:राजस्थान सरकार किस तरीके से छात्रों को सुविधा मुहैया करवा रही है ग्राउंड रिपोर्ट जाच करने के लिए ईटीवी भारत की टीम बूंदी जिले के सथूर गांव पहुंची । जहां पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सथूर गावँ की ग्राउंड रिपोर्ट में वहां के हालात जाने जहां पर बारिश के दौरान स्कूल भवन पूरी तरह से जिनशीर्ण हो गया जगह-जगह से दीवारे टूटी हुई है और कलर भी उतर चुका है। यही नहीं शौचालय की स्थिति भी बदहाल हो चुकी है ... शिक्षा का स्तर अच्छा है पानी , पोषाहार की सुविधाएं अच्छी है लेकिन भवन से लेकर शौचालय की स्थिति सही नहीं है ।


Body:बूंदी - राजस्थान सरकार शिक्षा को लेकर काफी दावे करती है और तरह-तरह की योजनाएं छात्रों को मुहैया करवाने की बात करती है इसकी रिपोर्ट जानने के लिए ईटीवी भारत के टीम बूंदी के सथूर गांव पहुंची । जहां पर ईटीवी भारत ने सथूर गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की ग्राउंड रिपोर्ट को जाना जहां हमारी रिपोर्ट में पाया गया कि स्कूल भवन पूरी तरह से सुरक्षित तो है लेकिन हाल ही में हुई बारिश के चलते स्कूल भवन पूरी तरह से बदहाल हो चुका है यह भवन काफी पुराना है और इस भवन में करीब 12 कक्षाएं संचालित होती है । जहां पर बारिश के चलते भवन का पूरा कलर उखड़ चुका है पर्श उखड़ चुके हैं । यही नहीं कुछ जगह की दीवारें टूटने की कगार पर भी है फिर भी छात्र-छात्राएं इस स्कूल में आती है उच्च माध्यमिक विद्यालय में 1 से 8 कक्षा संचालित होती है और 9 से 12 वीं कक्षा संचालित होती है। इस स्कूल में करीब 532 छात्र-छात्राएं अध्ययन करती है वर्तमान में इस स्कूल में अदवार्षिक परीक्षा आयोजित हो रही है जिसके चलते छात्र छात्राओं का हुजूम विद्यालय में देखा जा रहा है और छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं इस स्कूल में अध्यापक भी लगातार अपनी सेवाएं यहां देते हुए दिखाई दे रहे हैं । हमारी पड़ताल में सामने आया कि यहां पर पांच पद रिक्त है जिनमें से 3 पद शिक्षक के तो 2 पद कर्मचारियों के रिक्त हैं जिनकी आपूर्ति अगर हो जाए तो यहां के प्रबंधन का कहना है कि काफी बेहतर सुविधाएं यहां हो जाएगी ..

राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल विद्यालय में कुल 12 कक्षाएं हैं जो 532 छात्र-छात्राओं में कक्षाएं 12 कक्षा कम पड़ती है जिसके चलते स्कूल प्रबंधक द्वारा दो कक्षाओं की और मांग की गई है जिन्हें जल्द निर्माण कार्य करवाने की बात यहां के स्कूल प्रबंधक द्वारा कही जा रही है .... स्कूल प्रबंधक का कहना है कि शौचालय छात्रों के लिए पूरी संख्या में उपलब्ध है लेकिन बारिश होने की वजह से वह पूरी तरह से उखड़ चुका है जिसके लिए भी जिला शिक्षा अधिकारी को लेटर लिखकर जल्द दुरुस्त करवाने की मांग की है । वहीं स्कूल में खेल मैदान भी पूरी तरह से दुरुस्त है यहां पर खिलाड़ी आसानी से खेल कूद कर सकते हैं इसी तरह इन बच्चों के लिए प्रशासन द्वारा पानी की टंकियों से पीने का पानी भी उपलब्ध करवाया जा रहा है जो भी हमारी पड़ताल में शुद्ध स्वच्छ पाया गया। मिड डे मील योजना के तहत पोषाहार के लिए अलग से इस विद्यालय में कक्षा बनाया गया था जहां पर पोषाहार की व्यवस्था भी पूरी तरह से माकूल नजर आई यहां पर पोषाहार बनाने वाले कर्मचारियों द्वारा समय पर पोषाहार तैयार कर लिया गया और शुद्ध रूप से छात्र-छात्राओं को यह पोषाहार वितरित किया गया ...




Conclusion:बूंदी जिले के इस सथूर इलाके में यह एक ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं और गांव के 12वीं तक के बच्चे इस विद्यालय में पढ़ने आते हैं । गांव के बीचो बीच विद्यालय स्थित है तो आसानी से यहां पर छात्र-छात्राएं आ जाती है और अध्ययन करती है । ईटीवी भारत के कैमरे के सामने छात्र छात्राओं ने एक ही बात कही की पढ़ाई अच्छी होती है यहां के अध्यापक अच्छे हैं मिड डे मील के तहत मिलने वाला पोषाहार भी अच्छा है लेकिन भवन निर्माण सही नहीं है अगर भवन और अच्छे हो जाएंगे तो यह विद्यालय और भी अच्छा हो जाएगा ...... हमारी पड़ताल में यह सामने आया कि शिक्षा का स्तर सही है... अध्यापकों द्वारा पढ़ाए जा रहे अध्ययन से भी छात्र संतुष है लेकिन सुविधा के नाम पर दोनों की स्थिति सही नहीं है ओर जिनशीर्ण हो रहे हैं जिसको लेकर छात्र भी उन्हें दुरस्त करवाने की मांग कर रहे हैं.....

बाईट - कविता भाट , छात्रा
बाईट- अशोकता , छात्रा
बाईट- अमित सैनी , छात्र
बाईट - तेजपाल जैन , अध्यापक
बाईट - मनीषा शर्मा , प्रिंसिपल
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