बूंदी. जिले के बालचंदपाडा स्थित जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में रोगी कल्याण समिति के सहयोग से संचालित पंचकर्म ओटी चिकित्सा इकाई को शुरू हुए एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर चिकित्सालय में 4 दिवसीय नि:शुल्क पंचकर्म चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. शिविर का शुभारंभ मंगलवार को नगर परिषद आयुक्त महावीर सिंह सिसौदिया और आयुर्वेद उपनिदेशक डॉ. हेमंत कुमार शर्मा ने किया. इस अवसर पर अतिथियों ने पंचकर्म ओटी का निरीक्षण कर लाभान्वितों से चर्चा की और चिकित्सा की जानकारी ली.
पीएमओ डॉ. सुनील कुशवाह ने बताया कि विगत एक वर्ष से रोगी कल्याण समिति के सहयोग से संचालित पूर्ण सुविधायुक्त पंचकर्म ओटी से अब तक जीर्ण, जटिल और कष्ट साध्य रोगों से पीड़ित देश विदेश के हजारों लोग लाभान्वित हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि राजस्थान में पंचकर्म मॉडल के रूप में जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बूंदी का चयन हुआ है. चिकित्सालय में पंचकर्म चिकित्सा में अब तक 16 देशों के 107 विदेशी और 11500 देशी रोगी पंचकर्म चिकित्सा का लाभ ले चुके हैं.
इस अवसर पर कोरोना काल में उत्कृष्ट सेवा देने वाले कार्मिकों और मीडिया बंधुओं का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. डॉ. कुशवाह ने कहा कि प्रदेश के सभी जिला आयुर्वेद चिकित्सालयों में पोस्ट कोविड सेंटर खोले जा रहे है. इन सेंटर्स में होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति के जरिए कोरोना में पॉजिटिव से नेगेटिव आए मरीजों का विशेषज्ञों द्वारा उपचार किया जाएगा.
यह सेंटर बूंदी में भी बनने जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिको टूरिज्म की प्रबल संभावना है, इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में 20 ऐसी जगहों को चिन्हित किया गया है. जहां सबसे ज्यादा पर्यटकों की आवाजाही है. उन्होंने बताया कि इस स्थानों पर पीपीई मोड पर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त योगा केंद्र खोले जाएंगे.
बता दें कि कई पीड़ित मरीजों को लाभ बूंदी आयुर्वेदिक विभाग से मिला है. साथ ही कोरोना काल के समय अश्वगंधा, आयुर्वेदिक काढ़ा सहित कई चीजों को आमजन को निशुल्क पिलाया गया और पूरे प्रदेश भर में बूंदी आयुर्वेदिक विभाग का नवाचार बूंदी मॉडल के रूप में सरकार ने भी घोषित किया. साथ ही बूंदी के आयुर्वेदिक अस्पताल में आए दिन नए नए नवाचार हो रहे हैं.