बूंदी. जिले में नया कोविड-19 केयर सेंटर भवन बन चुका है. इसके बाद प्रशासन ने जिला अस्पताल के कोविड सेंटर से 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को नए कोविड-19 केयर सेंटर में शिफ्ट कर दिया है. साथ ही बूंदी जिला अस्पताल के कोविड सेंटर को जिला प्रशासन ने बंद कर दिया है. गौरतलब है कि जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों को भर्ती करने से संक्रमण फैलने का खतरा अधिक बढ़ गया था.
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वहीं, नया कोविड-19 केयर सेंटर लंका गेट स्थित धान मंडी के किसान भवन में बनाया गया है. ये भवन लंबे समय से बदहाली के दौर से गुजर रहा था, जिसको प्रशासन ने कोविड-19 केयर सेंटर बनाने का फैसला किया और यहां पर भवन को कोविड केयर सेंटर के रूप में बनाया गया है. निर्माण कार्य पूरा होने के साथ ही यहां पर सभी मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया है. अब बूंदी जिला अस्पताल में एक भी कोरोना मरीज भर्ती नहीं है, जिससे अन्य रोगों के मरीजों को कोरोना संक्रमित होने का डर नहीं रहेगा.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमित होने के डर के चलते यहां के स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की थी कि बूंदी जिला अस्पताल से कोरोना मरीजों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जाए. उसी के मद्दनेजर जिला प्रशासन ने कोविड केयर सेंटर का निर्माण किया है. बता दें कि बूंदी जिला अस्पताल में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां पर 4 चिकित्सकों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए थे. ऐसे में अब कोविड सेंटर में मरीजों को शिफ्ट किए जाने से संक्रमण ज्यादा फैलने का खतरा नहीं रहेगा.
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साथ ही बता दें कि बूंदी में 38 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से 15 मरीज कोरोना मरीज डिस्चार्ज कर दिए गए हैं. अब यहां कोरोना के 23 एक्टिव केस हैं. अधिक लक्षण वाले मरीजों को इलाज के लिए कोटा भेजा जा रहा है. वहीं, बूंदी में इलाज के लिए एसिंप्टोमेटिक मरीज ही भर्ती किए गए हैं.